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मोबाइल की तर्ज पर मिलेंगे बिजली कनेक्शन: श्रीकांत शर्मा

जर्जर बुनियादी ढांचे में सुधार के सवाल पर ऊर्जा मंत्री ने कहा कि बरसात का मौसम और उमस खत्म होते ही जर्जर तार, खंभे बदलने का काम शुरू कर दिया जाएगा।

By Ashish MishraEdited By: Published: Mon, 17 Jul 2017 02:11 PM (IST)Updated: Mon, 17 Jul 2017 09:44 PM (IST)
मोबाइल की तर्ज पर मिलेंगे बिजली कनेक्शन: श्रीकांत शर्मा

लखनऊ [पवन तिवारी] प्रदेश में मोबाइल कनेक्शन की तरह ही आसानी से बिजली कनेक्शन मिलेंगे। ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा कि हाल ही में शुरू की गई सुगम संयोजन योजना से बिजली कनेक्शन पाना बेहद आसान हो गया है। दैनिक जागरण से एक खास मुलाकात के दौरान ऊर्जा मंत्री ने महकमे से जुड़े कई अहम सवालों के जवाब दिए। यह पूछे जाने पर कि सरकार के दावे के अनुरूप आम लोगों को बिजली की पर्याप्त सप्लाई नहीं मिल पा रही है,

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उन्होंने कहा कि हमें खराब बुनियादी ढांचा विरासत में मिला है। जिला मुख्यालयों को 24 घंटे, तहसील में 20 घंटे और गांवों में 18 घंटे बिना कटौती के सप्लाई के दावे के अनुरूप हम बिजली दे तो रहे हैं लेकिन, कहीं तार टूटे पड़े हैं, तो कहीं खंभे जर्जर हैं। फिर भी कोशिश होती है कि लोकल फॉल्ट को जल्द ठीक कर बिजली सप्लाई चालू कर दी जाए।


जर्जर बुनियादी ढांचे में सुधार के सवाल पर ऊर्जा मंत्री ने कहा कि बरसात का मौसम और उमस खत्म होते ही जर्जर तार, खंभे बदलने का काम शुरू कर दिया जाएगा। अभी यह काम इसलिए नहीं शुरू कर रहे हैं कि इसमें शटडाउन यानी बिजली सप्लाई रोकनी पड़ेगी, जिससे आम लोगों को परेशानी होगी। बिजली कनेक्शन हर घर का अधिकार है। अब संपत्ति का कोई भी अधिकार पत्र न होने पर भी महज आधार कार्ड या वोटर आइडी पर बिजली कनेक्शन मिलेगा। पांच किलोवाट तक के कनेक्शन के लिए विभाग कोई एस्टीमेट भी नहीं देगा।

महज तीन कनेक्शन के एक साथ आवेदन आने पर भी विभाग के खर्च पर बिजली पहुंचाई जाएगी। कनेक्शन भी गांव में महज 80 व शहर में 155 रुपये के भुगतान पर 16 से 18 आसान किश्तों में लिए जा सकते हैं। उनका कहना है कि यह योजना सरकार के 'आप हमें बिल दो हम आपको 24 घंटे बिजली देंगे नारे का एक्सटेंशन है।

धोखा खाए लोगों के घरों का अंधेरा भी होगा दूर
नगर निगम या लोकल अथॉरिटी के दायरे के बाहर की कॉलोनियों के शामिल न होने के सवाल पर श्रीकांत शर्मा ने कहा कि ऐसी कॉलोनियों में रह रहे लोग बिल्डरों की धोखाधड़ी के शिकार हुए हैं, बिल्डर उन्हें बीच भंवर में छोड़ गए हैं, उनके घरों का भी अंधेरा दूर करने की योजना पर काम हो रहा है।
 


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