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38 साल का हो चुका था हुक्‍कू बंदर, ये हैं लखनऊ जू के Elderly Animals

लखनऊ के प्राणीउद्यान में 38 साल का हो गया था हुक्‍कू बंदर। चिडि़याघर के कई और जानवर अपनी औसत आयु पार कर चुके हैं।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Sun, 20 Oct 2019 09:23 AM (IST)Updated: Mon, 21 Oct 2019 07:11 AM (IST)
38 साल का हो चुका था हुक्‍कू बंदर, ये हैं लखनऊ जू के Elderly Animals
38 साल का हो चुका था हुक्‍कू बंदर, ये हैं लखनऊ जू के Elderly Animals

लखनऊ, जेएनएन। करीब 31 वर्षो से प्राणि उद्यान के स्टार वन्यजीव हुक्कू बंदर कालू के जाने के बाद शनिवार को दर्शक उसकी चर्चा करते रहे। खासकर बच्चे कालू के बाड़े पर काफी देर तक उसे ढूंढ़ते रहे। जिस किसी को भी कालू के निधन की खबर मिली, वह गमगीन हो उठा। पूरे चिड़ियाघर का माहौल गमजदा हो गया। जू प्रशासन ने भी कालू की याद में कई जगह स्टैंडी लगाकर उसे श्रद्धांजलि दी। 

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जू में घूमने आए अंकित कुमार कहते हैं कि मैं जब भी जू में आता था, हुक्कू बंदर के बाड़े में जरूर आता था। आज भी जब यहां आया तो पता चला कि हुक्कू की मौत हो गई है, जिसे सुनकर काफी दुख हुआ। वहीं मो. अंजर ने बताया कि पिछले करीब आठ साल से मैं जू आ रहा हूं। सबसे ज्यादा हुक्कू को पसंद करता था, उसके जाने से काफी दुख हुआ।

कालू-कालू चिल्लाते थे दर्शक: लखनऊ चिड़ियाघर में सबसे ज्यादा हुक्कू बंदर कालू के बाड़े में भीड़ रहती थी। कालू की देखरेख करने वाले महेंद्र ने बताया कि दर्शक हुक्कू के बाड़े के सामने कालू-कालू चिल्लाते थे, उसे छेड़ते भी थे। हर दर्शक उसका दीवाना था। बच्चे तो घंटों तक उसके बाड़े के पास खड़े रहते थे। उसके जाने से हम सभी को बहुत दुख हुआ। उसका नाम लेते ही वह तुरंत मेरे पास आ जाता था।

काफी साल तक अकेला रहा कालू: केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण का यह नियम है कि किसी भी जू में कोई भी वन्यजीव अकेला न रहे। उसे उसका पार्टनर मिले। अकेले रहने वाले वन्यजीव चिड़चिड़े हो जाते हैं जिससे उनकी शारीरिक और मानसिक स्थिति खराब हो जाती है। जू के निदेशक आरके सिंह ने बताया कि काफी वर्षो से हुक्कू का पार्टनर लाने की कवायद की जा रही थी, लेकिन सफल नहीं हो पाए। हब जल्द ही उसके सूने बाड़े को आबाद करेंगे।

नन्हा ऋषभ हुक्कू बंदर कालू के बाड़े के बाहर उत्सुकता से अपने भैया से पूछ रहा है.. भैया कालू नजर क्यों नहीं आ रहा। पिछली बार हम आए थे तो उसे उछलता देखकर कितना मजा आया था। उसकी आवाज के साथ हम भी चीख-चिल्ला रहे थे। इस बार तो वह दिख ही नहीं रहा। किसी ने बगल से गुजरते हुए कहा कि कालू अब नहीं रहा। ये शब्द सुनते ही ऋषभ ने अपने भैया की ओर देखा। उसकी आंखें सजल हो उठी थीं। भैया ने उसे पुचकारते हुए कहा, चलो तुम्हें शेर दिखाते हैं। खूब मजा आएगा। बाल ट्रेन पर चढ़ेंगे। ऋषभ ने रोते हुए कहा, नहीं मुङो बस कालू को देखना है।

चिड़ियाघर में सर्वाइवल रेट 80 से 90 फीसद

चिड़ियाघर के डॉ. उत्कर्ष शुक्ला के मुताबिक चिड़ियाघर में वन्यजीवों का सर्वाइवल रेट 80 से 90 फीसद होता है जबकि जंगलों में सरवाइवल रेट इससे बहुत कम है। उनके मुताबिक जंगल में सर्वाइवल रेट 45 से 50 फीसद ही होता है क्योंकि जीवन के शुरुआती और अंतिम दौर में वन्य जीवों को जंगल में कई खतरों का सामना करना पड़ता है, जबकि चिड़ियाघर में उनको अनुकूल माहौल में रखा जाता है। इलाज के साथ उनको मौसम के हिसाब से नियमित डाइट दी जाती है। वन्यजीव चिड़ियाघर में स्ट्रेस फ्री रहता है।

प्राणि उद्यान में ये वन्यजीव पूरी कर चुके हैं अपनी औसत आयु

वैसे तो चिड़ियाघर में सैकड़ों वन्यजीव हैं लेकिन इनमें से वर्षो पहले लाए गए वन्य जीव अब भी नवाब वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान की शान बढ़ा रहे हैं। शायद यही वजह है कि ऐसे उम्रदराज वन्य जीवों को देखने का दर्शकों में आज भी सबसे ज्यादा उत्साह रहता है। शेर, तेंदुआ, बाघ, हिमालयन भालू सहित कई ऐसे वन्यजीव हैं जो अपनी औसत आयु पूरी कर चुके हैं, जबकि कुछ तो ऐसे हैं जो अधिकतम आयु से भी ज्यादा जीवन जी चुके हैं।

18 वर्ष की इप्शिता

पिछले 15 वर्षो से चिड़ियाघर की पहचान रही बाघिन इप्शिता अभी भी चिड़ियाघर की शान बनी हुई है। उसकी उम्र करीब 18 वर्ष है। उसका स्वास्थ्य उम्र के चलते थोड़ा गिरने लगा है, इसके बावजूद वह काफी सक्रिय है। प्राणि उद्यान के पशु चिकित्सकों सहित पूरा स्टाफ उसकी देखरेख में लगा है। बाघ की औसत आयु 14 से 15 साल होती है। प्राणि उद्यान में रखरखाव के कारण उनकी आयु यहां औसत आयु से अधिक हो जाती है। बाघ किशन की उम्र भी 13 साल हो चुकी है। वहीं पीलीभीत से लाई गई बाघिन कजरी की उम्र भी करीब 15 साल हो गई है।

17 साल की हो गई सुजाता

चिड़ियाघर में आकर्षण का केंद्र फीमेल जिराफ सुजाता की उम्र भी 17 वर्ष की हो गई और वह अपनी औसत आयु के करीब पहुंच रही है। इनकी औसत आयु 22 से 25 वर्ष तक होती है। इसे मैसूर जू से लाया गया था।

देशी और हिमालयन भालू 

जू में रहने वाली देशी भालू देवी की उम्र 22 साल की हो गई है। आजमगढ़ से उसे लाया गया था। वहीं हिमालयन भालू ‘चमेली’ की उम्र भी 30 साल हो चुकी है। यह दोनों अपनी औसत आयु के करीब हैं।

27 वर्ष की हो चुकी निकिता-जैक्सन की जोड़ी

प्राणी उद्यान के हिरण बाड़े के सामने चिंपैंजी निकिता-जैक्सन की उम्र 27 वर्ष हो चुकी है। औसत आयु करीब 35 वर्ष की होती है। वर्ष 2007 में इन दोनों चिंपैंजी को मैसूर जू से लखनऊ जू लाया गया। करीब 12 वर्षो से दोनों दर्शकों का मनोरंजन कर रहे हैं।

36 वर्ष का हिप्पो धीरज

प्राणि उद्यान में बुजुर्ग वन्यजीवों में हिप्पो धीरज की सबसे खास और बड़ा है। उसकी उम्र 36 वर्ष की हो चुकी है। वर्ष 1983 में धीरज का जन्म हुआ था। वहीं हिप्पो अंशु का जन्म 1996 में हुआ। उसकी उम्र भी 23 वर्ष हो चुकी है।


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