प्रदेश में भी खत्म हुआ लाल-नीली बत्ती का जमाना
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केंद्र सरकार के इस फैसले का स्वागत किया तो मंत्री भी उनकी राह पर चल पड़े।
लखनऊ (राज्य ब्यूरो)। केंद्र की मोदी सरकार ने वीआइपी कल्चर खत्म करने के लिए राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, केंद्रीय मंत्री, सुप्रीमकोर्ट के न्यायाधीश, उच्च न्यायालयों के न्यायाधीश, राज्यों के मुख्यमंत्री व मंत्रियों की गाड़ी से लालबत्ती उतारने का फैसला किया तो उत्तर प्रदेश में भी गुरुवार की देर रात लाल-नीली बत्ती प्रतिबंधित कर दी गई।
तत्काल प्रभाव से यह फैसला प्रभावी हो जाएगा। वैसे गुरुवार की सुबह से ही मंत्रियों में अपनी गाड़ी से लालबत्ती उतारने की होड़ लग गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केंद्र सरकार के इस फैसले का स्वागत किया तो मंत्री भी उनकी राह पर चल पड़े।
वीआइपी कल्चर खत्म करने के केन्द्र के फैसले के 24 घंटे के भीतर उत्तर प्रदेश में उसका व्यापक असर देखने को मिला। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में मंत्रियों ने गुरुवार देर रात शास्त्री भवन में यह फैसला किया। सिर्फ एंबुलेंस, सेना, फायर बिग्रेड और पुलिस के वाहनों पर ही बत्ती का प्रयोग हो सकेगा।
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शुक्रवार से लाल एवं नीली बत्ती के प्रयोग को समाप्त करने की अपेक्षा की गई है। सरकार के प्रवक्ता के मुताबिक वीआइपी सुरक्षा में लगे अतिरिक्त बलों को भी कम किए जाने का फैसला हुआ है।
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