अवैध ब्रेड फैक्ट्री में लगी भीषण आग, आधा दर्जन सिलेंडर फटे- बाल-बाल बचे सैकड़ों बच्चे
मडिय़ांव के पल्टन छावनी स्थित रिहायशी इलाके में घर के अंदर चल रही थी फैक्ट्री। धमाकों से क्षेत्रीय लोगों में दहशत, स्कूल में बैग छोड़ घर भागे बच्चे।
लखनऊ, जेएनएन। मडिय़ांव के पल्टन छावनी स्थित रिहायशी इलाके में घर के अंदर गौरी फूड्स गुड मार्निंग ब्रेड फैक्ट्री में शुक्रवार सुबह भीषण आग लग गई। अग्निकांड के दौरान करीब आधा दर्जन सिलिंडर फटने से हुए ताबड़तोड़ धमाकों से पूरा इलाका थर्रा गया। पड़ोस स्थित स्कूल में पढ़ाई कर रहे बच्चे रोने लगे और बैग छोड़कर अपने घर भाग निकले। दमकल कर्मियों ने दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया। आग के कारणों की पुष्टि नहीं हो सकी है।
सीएफओ विजय कुमार सिंह के मुताबिक पल्टन छावनी निवासी भूपेंद्र अग्र्रवाल घर के एक हिस्से में ब्रेड फैक्ट्री चलाते हैं। फैक्ट्री में करीब 250 कर्मचारी काम करते हैं। शुक्रवार सुबह करीब नौ बजे तेज धमका हुआ और फैक्ट्री परिसर में आग लग गई।
लोगों ने बताया कि फायर उपकरण चालू करने की कोशिश की तो वह कंडम हाल पड़े थे। आग बेकाबू होते देख लोगों ने दमकल को सूचना दी। कुछ ही देर में छत में लगी चिमनियों से आग की लपटें और भीषण धुंआ निकलने लगा। आग की तपिश से परिसर में रखे गैस सिलिंडरों में ताबड़तोड़ धमाके होने लगे। चिमनियों से निकल रहा धुंआ पड़ोस स्थित प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक विद्यालय परिसर में भर गया। धमाकों और धुंए से प्राथमिक विद्यालय में पढ़ाई कर रहे 133 और पूर्व माध्यमिक विद्यालय में 53 बच्चे चीख-पुकार करते हुए रोने लगे। शिक्षिका रनिता श्रीवास्तव, सुमन ने बच्चों ढांढ़स बंधाते हुए शांत कराया। इस बीच बच्चों को खांसी आने लगे आंखों में जलन होने लगी तो शिक्षिकाओं ने स्कूल में छुïट्टी कर दी।
दहशत में भाग रहे बच्चे गिरते-पड़ते पहुंचे घर
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक प्राथमिक विद्यालय के बच्चे इतना दहशत में थे कि वह भागते हुए कई बार सड़क पर गिर गए। यह देख लोग दौड़े और उन्होंने बच्चों को उठाया कर सुरक्षित घर पहुंचाया।
कमी छुपाने में लगे फैक्ट्री संचालक
अग्निकांड के दौरान फैक्ट्री संचालक ने मुख्य गेट बंद करा दिया। उन्होंने मीडियाकर्मियों को अंदर जाने से रोका। लोगों ने बताया कि घटना करीब नौ बजे की है। वहीं, फैक्ट्री संचालक ने दमकल को सूचना 9:52 बजे दी। एक कर्मचारी ने बताया कि आग लगने पर उसने परिसर में लगे सबमर्सिबल को स्टार्ट कर बाल्टियों से पानी फेंककर काफी देर तक आग पर काबू पाने का प्रयास किया।
धुंए से जलने लगी थी आंखें और सांस लेने में हुई दिक्कतें
पूर्व माध्यमिक विद्यालय की छात्रा सुजैन निशा और रोशनी ने बताया कि उनकी आंखों में जलन होने लगी और सांस लेने में दिक्कतें हो रही थी। प्राथमिक विद्यालय के छात्र आकाश, छात्रा जुनैदाबानो ने बताया कि पांच से छह धमाके हुए। वहीं, सोनी, रौनक, फूलबानों और रफ्शा का कहना था धुंए के कारण उन्हें उल्टियां आने लगी थी।
क्या कहते हैं चीफ फायर अफसर ?
चीफ फायर अफसर विजय कुमार सिंह के मुताबिक, 'मानक के विपरीत आवासीय परिसर में तरीके से ब्रेड फैक्ट्री चल रही थी। इसकी अनुमति संचालक ने ली थी के नहीं सभी दस्तावेजों की पड़ताल की जाएगी। जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर फैक्ट्री संचालक के खिलाफ कार्रवाई होगी। फैक्ट्री में फायर फाइटिंग के अन्य संसाधन नहीं थे।'