अखिलेश-दलाईलामा भेंट: सेक्युलर विचारधारा आगे बढ़ाने का संदेश
समाजवाद हो या साम्यवाद आध्यात्मिक शक्ति के आगे सभी नतमस्तक होते हैं। आज भगवान बुद्ध की पावन भूमि संकिसा में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव आध्यात्मिक गुरु दलाईलामा तेन्जिन ज्ञात्सो से आशीर्वाद लेने लखनऊ से फर्रुखाबाद आये। दलाईलामा ने सेक्युलर विचारधारा को आगे बढ़ाने का संदेश दिया।
लखनऊ। समाजवाद हो या साम्यवाद आध्यात्मिक शक्ति के आगे सभी नतमस्तक होते हैं। आज भगवान बुद्ध की पावन भूमि संकिसा में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव आध्यात्मिक गुरु दलाईलामा तेन्जिन ज्ञात्सो से आशीर्वाद लेने लखनऊ से फर्रुखाबाद आये। दलाईलामा ने सेक्युलर विचारधारा को आगे बढ़ाने का संदेश दिया।
दलाईलामा से भेंट के पश्चात मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने संकिसा में पत्रकारों से बताया कि दलाईलामा ने संदेश दिया कि सेक्युलर सोच से ही समाज को तरक्की के रास्ते पर ले जाया जा सकता है। समाज में अलग-अलग धर्म के लोग रहते हैं, लेकिन सबका रास्ता एक है। भारत ने ही नहीं दुनिया ने भी दलाईलामा को पहचाना। उन्हें नोबल पुरस्कार दिया गया। दलाईलामा के आने से संकिसा व आसपास ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को उनके विचार जानने का अवसर मिला। होटल में पहुंचने पर सीएम ने दलाईलामा को प्रणाम किया। उन्होंने सीएम को शांति का प्रतीक सफेद अंगवस्त्र भेंट किया। इसके अलावा उन्होंने मंत्री गायत्री प्रजापति के खिलाफ लोकायुक्त की रिपोर्ट के बावजूद कार्रवाई न होने के संबंध में पूछे जाने पर कहा कि अभी जांच चल रही है, वह जवाब दे रहे हैं। इस संबंध में और अधिक सवाल पर सपा नेताओं ने नारेबाजी शुरू कर दी। उन्होंने दिल्ली में किसी पार्टी को समर्थन देने के सवाल पर कहा कि हम दिल्ली में चुनाव नहीं लड़ रहे हैं तो समर्थन क्या देंगे।
इसके अलावा दलाईलामा तेन्जिन ज्ञात्सो ने आज सुबह होटल में संकिसा के पूर्व प्रधान के परिजन अवधेश दीक्षित और राघव दीक्षित आदि से अपनी 55 वर्ष पुरानी संकिसा आगमन की यादें साझा कीं। दलाईलामा ने उन्होंने बताया कि वह संकिसा में आध्यात्मिक विश्वविद्यालय खोलेंगे, जिसमें स्थानीय नागरिकों का सहयोग भी लिया जाएगा। विश्वविद्यालय में सभी धर्मों के बारे में शिक्षा दी जाएगी।