कांग्रेस की वेस्ट यूपी बैठक में सोनिया की क्षमताओं पर सवाल
कांग्रेस में अध्यक्ष पद को लेकर राहुल गांधी समर्थकों का सोनिया पर अप्रत्यक्ष हमला जारी है। अब तो बयानबाजी के अलावा कार्यकर्ताओं को भी सोनिया की कमियां और गलतियां गिनाईं जा रही हैं जबकि राहुल के कामकाज के बेहतरीन तरीकों से अवगत कराने का प्रयास किया जा रहा है।
लखनऊ। कांग्रेस में अध्यक्ष पद को लेकर राहुल गांधी समर्थकों का सोनिया पर अप्रत्यक्ष हमला जारी है। अब तो बयानबाजी के अलावा कार्यकर्ताओं को भी सोनिया की कमियां और गलतियां गिनाईं जा रही हैं जबकि राहुल के कामकाज के बेहतरीन तरीकों से अवगत कराने का प्रयास किया जा रहा है।
ऐसे ही एक राहुल खेमे के नेता और एआइसीसी के सचिव और दिल्ली के पूर्व विधायक नसीब सिंह ने आज मेरठ में वेस्ट यूपी के कांग्रेस जिला व महानगर अध्यक्षों की बैठक में कहा कि सोनिया गांधी ऐसे नेताओं की सुनती थीं और उनका कहना मानती थीं जिससे पार्टी को काफी नुकसान पहुंचा, जबकि राहुल गांधी ऐसा नहीं करते, उनके सामने चापलूसी नहीं चलती। उन्होंने शीला दीक्षित और मनमोहन सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि क्या कोई सीएम 15 साल तक रहता या फिर एक ही पीएम 10 साल तक चलाना चाहिए। उच्च पदों पर नेताओं को नहीं बदलने का ही अंजाम रहा कि दिल्ली से भी बेदखल हुए और देश से भी। उन्होंने कहा कि नेताओं को स्मरण होना चाहिए कि इंदिरा गांधी तीन वर्ष से अधिक होते ही नेता को बदल देती थीं। अहम बात है कि नसीब सिंह ने इन बातों को प्रदेश कांग्रेस पर भी निशाना साधते हुए कहा कि यहां ठेकेदारी से कांग्रेस चल रही है। मुलायम सिंह यादव के कुछ समर्थक हमारी पार्टी में हैं, जिन्होंने सरकार से वही कराया जो मुलायम ने चाहा। मायावती सरकार ने प्रदेश के बंटवारे को जो प्रस्ताव भेजा था अगर उस समय केंद्र सरकार ने स्वीकार कर लिया होता तो किसी न किसी प्रदेश में आज कांग्रेस की सरकार होती। उन्होंने यह भी कहा कि मौजूदा प्रदेश कार्यकारिणी में कई सक्षम नेताओं को पद नहीं सौंपा गया जबकि कई अक्षम नेता तमाम विरोधों और शिकायतों के बाद भी पदाधिकारी बना दिए गए।