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2000 से अब तक के कुछ बड़े रेल हादसे

-तीन दिसंबर 2000 को पंजाब में सराय बंजारा और साधुगढ़ के बीच हावड़ा-अमृतसर मेल पटरी से उतरी मालगाड़ी पर चढ़ गई। इस हादसे में 46 यात्रियों की मौत हो गई थी और 130 से अधिक यात्री घायल हो गए थे। 22 जून 2001 को केरल में कोझिकोड के निकट

By Nawal MishraEdited By: Published: Fri, 20 Mar 2015 07:46 PM (IST)Updated: Fri, 20 Mar 2015 07:59 PM (IST)
2000 से अब तक के कुछ बड़े रेल हादसे

-तीन दिसंबर 2000 को पंजाब में सराय बंजारा और साधुगढ़ के बीच हावड़ा-अमृतसर मेल पटरी से उतरी मालगाड़ी पर चढ़ गई। इस हादसे में 46 यात्रियों की मौत हो गई थी और 130 से अधिक यात्री घायल हो गए थे।

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- 22 जून 2001 को केरल में कोझिकोड के निकट मंगलोर-चेन्नई मेल कडालुंदी नदी में गिर गई थी। इस हादसे में 40 लोग मरे।

-12 मई 2002 को नई दिल्ली से पटना जा रही श्रमजीवी एक्सप्रेस उत्तर प्रदेश के जौनपुर में पटरी से उतर गई थी। इसमें 12 लोगों की मौत हुई थी।

-4 जून 2002 को कासगंज एक्सप्रेस यूपी में एक रेलवे क्रासिंग पर एक बस से टकरा गई थी। इसमें 34 यात्री मरे थे।

-10 सितंबर 2002 को कोलकाता से नई दिल्ली आ रही राजधानी एक्सप्रेस बिहार में एक पुल पर पटरी से उतर गई थी। हादसे में 120 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी।

-3 जून 2003 को दक्षिण-मध्य महाराष्ट्र में एक एक्सप्रेस गाड़ी के तीन डिब्बे पटरी से उतर गए थे। इसमें 18 लोगों की मौत हो गई थी।

-15 मई 2003 को पंजाब में पैसेंजर ट्रेन में स्टोव के फटने से आग लग गई थी। इसमें 40 लोगों की मौत हुई थी और 50 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे।

-22 जून 2003 को महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले में कोंकण रेलखंड के वैभववाड़ी स्टेशन के निकट करवार-मुम्बई सेंट्रल होलीडे स्पेशल गाड़ी के तीन डिब्बे इंजन समेत बेपटरी हो गए थे। हादसे में तीन बच्चों सहित 53 लोगों की मौत हुई और 25 घायल यात्री घायल हुए थे।

-दो जुलाई 2003 को आंध्र प्रदेश में एक रेलगाड़ी के दो डिब्बे इंजन समेत एक पुल के नीचे से गुजर रहे वाहनों पर गिर गए थे। इस हादसे में वाहन सवारों सहित कम से कम 22 यात्रियों की मौत हो गई थी।

-16 जून 2004 को मुंबई जा रही मत्स्यगंधा एक्सप्रेस महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में एक पुल पार करते समय पटरी से उतर गई थी। इस हादसे में 20 लोग मरे और 60 से ज्यादा घायल हुए।

-28 मई 2010 को पश्चिम बंगाल में रेल पटरियों में तोडफ़ोड़ के कारण ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस के 13 डिब्बे पटरियों से उतर गए और उनमें एक मालगाड़ी ने टक्कर मार दी थी। इस हादसे में 148 लोगों की मौत हुई थी।

-19 जुलाई 2010 को सियालदह जा रही उत्तरबंगा एक्सप्रेस पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में सैंथिया स्टेशन पर वनांचल एक्सप्रेस से टकरा गई थी। इनसे 60 लोग मारे गए थे।

-22 मई 2011 को बिहार के मधुबनी जिले में एक मानव रहित रेलवे क्रासिंग पर पैसेंजर ट्रेन एक वाहन से टकरा गई। इस हादसे में वाहन में सवार 16 लोगों की मौत हो गई थी।

-सात जुलाई 2011 को उत्तर प्रदेश में एक मानव रहित रेलवे क्रासिंग पर 80 यात्रियों को लेकर जा रही एक बस के रेलगाड़ी से टकरा जाने पर 31 लोगों की मौत हो गई थी।

-22 नवंबर 2011 को झारखंड के गिरिडीह में हावड़ा-देहरादून एक्सप्रेस में आग लग जाने से सात लोग जिंदा जलकर मर गए।

-11 जनवरी 2012 को दिल्ली जा रही ब्रह्मपुत्र मेल और एक मालगाड़ी के बीच टक्कर में पांच लोगों की मौत हो गई थी।

-22 मई 2012 को बेंगलुरु जा रही हम्पी एक्सप्रेस आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले में एक मालगाड़ी से टकरा गई। इस हादसे में कम से कम 25 लोग मारे गए थे।

-31 मई 2012 को हावड़ा से देहरादून जा रही दून एक्सप्रेस उत्तर प्रदेश में जौनपुर के निकट पटरी से उतर गई थी। इस हादसे में कम से कम सात लोगों की मौत हो गई थी।

-30 जुलाई 2012 को दिल्ली से चेन्नई जा रही तमिलनाडु एक्सप्रेस की एक बोगी में आंध्र प्रदेश के नेल्लोर के समीप आग लग जाने से कम से कम 35 यात्री जिंदा जल गए।

-10 अप्रैल 2013 को तमिलनाडु में अराक्कोनम के समीप सिथारी में बेंगलुरु जा रही मुजफ्फरपुर-यशवंतपुर एक्सप्रेस की 11 बोगियों के पटरी से उतर जाने से एक यात्री की मौत हो गई जबकि 33 अन्य घायल हो गए।

-19 अगस्त 2013 को बिहार के खगडिय़ा जिले में रायरानी एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आकर 28 लोगों की मौत हो गई थी।

-आठ जनवरी 2014 को सूरत के पास बांद्रा-देहरादून एक्सप्रेस के तीन कोच में आग लग गई थी। दम घुटने से चार लोगों की मौत हो गई थी और पांच घायल हो गए थे।

-17 फरवरी 2014 को महाराष्ट्र के नासिक जिले में निजामुद्दीन-एर्नाकुलम मंगला एक्सप्रेस हादसे का शिकार हो गई थी। ट्रेन के 10 कोच पटरी से उतर गए थे। इस ट्रेन हादसे में तीन यात्रियों की मौत हो गई थी और 37 लोग घायल हुए थे।

-चार मई 2014 महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में कोंकण रेलवे की दिवा-सावंतवादी पैसेंजर ट्रेन पटरी से उतर गई थी। उस हादसे में 18 लोगों की मौत हुई थी और 124 लोग घायल हुए थे।

-26 मई 2014 को यूपी के संत कबीर नगर में दिल्ली-गोरखपुर एक्सप्रेस एक खड़ी मालगाड़ी से टकरा गयी थी। हादसे में 11 लोगों की मौत हुई थी और 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए।

-25 जून 2014 को बिहार के छपरा के पास डिब्रूगढ़ राजधानी हादसा में हुआ। पांच लोगों की मौत हो गई।

-एक अक्टूबर 2014 को गोरखपुर के पास कृषक एक्सप्रेस और लखनऊ-बरौनी एक्सप्रेस के बीच टक्कर हो गई। टक्कर में 12 लोग मारे गए और 45 लोग घायल हुए।

-16 दिसंबर 2014 को बिहार में नवादा जिले के वारिसलीगंज रेलवे स्टेशन के समीप एक मानव रहित रेलवे क्रासिंग पर एक एक्सप्रेस ट्रेन से एक बोलेरो की टक्कर हो गई। इसमें पांच लोगों की मौत हो गई और तीन अन्य लोग घायल हो गए।

-13 फरवरी 2015 को बेंगलुरु से एर्नाकुलम जा रही एक एक्सप्रेस ट्रेन की आठ बोगियां होसुर के समीप पटरी से उतर गईं। इसमें दस लोगों की मौत हो गयी व 150 यात्री घायल हो गए।


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