मुख्यमंत्री की कड़ी सुरक्षा और सतर्कता बरतने की हिदायत
सेना के सर्जिकल स्ट्राइक की संवेदनशीलता देखते मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सुरक्षा और चौकसी के लिए शीर्ष अफसरों की जवाबदेही तय की है।
लखनऊ (राज्य ब्यूरो)। सेना के सर्जिकल स्ट्राइक की संवेदनशीलता देखते मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सुरक्षा और चौकसी के लिए शीर्ष अफसरों की जवाबदेही तय की है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कर दिया कि जिस अफसर के इलाके में कोई अप्रिय घटना हुई उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी।
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मुख्यमंत्री ने अपने पांच कालिदास मार्ग स्थित सरकारी आवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक की। बैठक में मुख्य सचिव राहुल भटनागर, प्रमुख सचिव गृह देबाशीष पंडा, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री अनीता सिंह, डीजीपी जावीद अहमद, एडीजी कानून-व्यवस्था दलजीत सिंह चौधरी और सचिव मुख्यमंत्री पार्थ सारथी सेन शर्मा के अलावा इंटेलीजेंस ब्यूरो के संयुक्त निदेशक ऋत्विक रुद्र भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने आइबी से मिली ताजा सूचनाओं पर त्वरित एक्शन के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने खुफिया तंत्र को चौतरफा विकसित करने के निर्देश दिए। कहा कि सभी विभागों में समन्वय बनाया जाए। नवरात्र, दुर्गा पूजा, मोहर्रम, दशहरा पर्व तथा देश एवं प्रदेश की वर्तमान संवेदनशीलता को देखते हुए उन्होंने सतर्कता के निर्देश दिए। भीड़ भाड़ एवं मेलों में व्यापक सुरक्षा के इंतजाम की हिदायत दी।
वीडियो कांफ्रेंसिंग से अफसरों को संदेश
मुख्यमंत्री की बैठक के बाद उच्चाधिकारियों ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये प्रदेश के सभी जोनल आइजी, रेंज डीआइजी और मंडलायुक्तों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग कर महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा पर पैनी निगाह रखने के निर्देश दिए। अफवाह फैलाने वालों पर भी नजर रखने और ऐसे तत्वों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई को कहा है। सभी अफसरों को अपने क्षेत्र के अधिकारियों से समन्वय बनाकर पल-पल की खबर रखने को कहा है।
गौवंश हत्या पर कड़ी नजर
प्रमुख सचिव गृह देबाशीष पंडा और डीजीपी जावीद अहमद ने वीडियो कांफ्रेंसिंग में कहा कि सभी प्रमुख स्थानों पर पुलिस की उपस्थिति जनता को दिखनी चाहिए और लोगों से पुलिस का लगातार संवाद भी बना रहना चाहिए। दंगा नियंत्रण उपकरणों को भी सही दिशा में रखा जाए ताकि आवश्यकतानुसार उसका उपयोग किया जा सके। डीजे के उपयोग पर भी कड़ी नजर रखी जाए ताकि किसी भी प्रकार से शांति व्यवस्था प्रभावित न हो सके। उन्होंने गौवंश हत्या की घटनाओं पर भी कड़ी नजर रखने को कहा है। पुलिस महानिदेशक ने छेडख़ानी की घटनाओं को कड़ाई से रोकने तथा परंपरागत जुलूसों के अलावा कोई नई परंपरा न पैदा होने देने के भी निर्देश दिए हैं।
मोहर्रम तक अफसरों की छुट्टी रद
मुख्यमंत्री ने कानून-व्यवस्था के लिए जिम्मेदार पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारियों को मुख्यालय न छोडऩे का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री के इस संदेश को वीडियो कांफ्रेंसिंग में अफसरों को बताया गया। प्रशासन और पुलिसकर्मियों का मोहर्रम तक अवकाश निरस्त करने को कहा गया है।
कड़ी सुरक्षा और चौकस निगाहें
- अयोध्या, काशी, मथुरा और आगरा में विशेष सुरक्षा के इंतजाम। यहां खुफिया एजेंसियों की साझा टीमों पर अभिसूचना संकलन की जिम्मेदारी।
- दो दर्जन से अधिक जिलों में सांप्रदायिक सौहार्द को लेकर सतर्कता बरतने के निर्देश।
- उच्च न्यायालय परिसर, सचिवालय के सभी दफ्तर, राजभवन, बैंक, बीमा कार्यालय, डाकघर, प्राइवेट व सरकारी विद्यालय व अस्पताल, मुख्यमंत्री आवास, प्रदेश के सभी हवाई अड्डे और धार्मिक स्थलों, सिनेमाघरों, शापिंग मॉल, सरकारी व निजी स्कूल, नरौरा पावर विद्युत केंद्र, भारत इलेक्ट्रॉनिक लिमिटेड, गाजियाबाद और झांसी की बढ़ाई गई सुरक्षा।