वाराणसी में पीएम के जनसंपर्क कार्यालय में नहीं बैठते जनप्रतिनिधि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भले ही जनता को सुविधा देने के लिए वाराणसी में भी अपना एक कार्यालय खुलवा लिया हो, लेकिन जनप्रतिनिधि इस कार्यालय में नहीं बैठते। देश के पूर्वी राज्यों से यहां आने वाले लोग निराश होकर लौट जाते हैं। यहां पर भाजपा के जनप्रतिनिधियों के बैठने का
लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भले ही जनता को सुविधा देने के लिए वाराणसी में भी अपना एक कार्यालय खुलवा लिया हो, लेकिन जनप्रतिनिधि इस कार्यालय में नहीं बैठते। देश के पूर्वी राज्यों से यहां आने वाले लोग निराश होकर लौट जाते हैं। यहां पर भाजपा के जनप्रतिनिधियों के बैठने का दिन निर्धारित है, इसके बाद भी विधान परिषद सदस्य केदारनाथ सिंह बीते चार मंगलवार से गैरहाजिर हैं।
वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रविंद्रपुरी में संसदीय जनसम्पर्क कार्यालय में आज के दिन एमएलसी केदारनाथ सिंह को जनता से मिलना होता है। जनसम्पर्क कार्यालय में उनकी यह लगातार चौथी बार अनुपस्थिति रही। पार्टी की ओर से निर्धारित दिवसों के अनुसार मंगलवार को कार्यालय में उन्हें जन सुनवाई करनी होती है। उनकी लगातार अनुपस्थिति के कारण फरियादी निराश होकर लौट गये।
मेयर भी नहीं बैठते
महापौर रामगोपाल मोहले का भी अपने निर्धारित दिवस गुरुवार को न बैठना संसदीय कार्यालय में चर्चा का विषय बना हुआ है। जन चर्चाओं के अनुसार फरवरी के दूसरे हफ्ते से भाजपा ने संसदीय जनसम्पर्क कार्यालय में जनप्रतिनिधियों को जनसुनवाई के लिए बैठाया। पांच महीने में यदि गिना जाय तो महापौर सभी जन प्रतिनिधियों से कम दिवसों पर बैठे हैं। जबकि जनता नगर की समस्याओं के समाधान के लिए उनका बाट जोहती है।
मुस्तैदी दिखाते हैं ये जनप्रतिनिधि
रविन्द्र जायसवाल-सोमवार
ज्योत्स्ना श्रीवास्तव- बुधवार
श्यामदेव राय चौधरी- शुक्रवार
लक्ष्मण आचार्य-शनिवार।