रक्षा बंधन पर भद्रा की छाया, राशि के अनुसार बांधें राखी
सात अगस्त सोमवार को उदया में पूर्णिमा तिथि रहेगी, भद्रा रविवार को रात्रि में लग जाएगी और सोमवार 11:28 तक रहेगी। राखी उसके बाद ही बांधी जाएगी।
लखनऊ [जितेंद्र उपाध्याय]। भाई-बहन के प्यार का रक्षा बंधन पर्व इस बार भद्रा और चंद्रग्रहण की वजह खास हो गया है। ज्योतिषीय गणित की वजह से सूर्योदय के साथ मनाया जाने वाला यह पर्व सात अगस्त को पूर्वाह्न 11:28 के बाद मनेगा। भद्रा और चंदग्रहण की जुगलबंदी की वजह से अपराह्न 1:52 बजे के बाद राखी नहीं बांधी जा सकेगी।
राधेश्याम शास्त्री ने बताया कि सात अगस्त सोमवार को उदया में पूर्णिमा तिथि रहेगी, भद्रा रविवार को रात्रि में लग जाएगी और सोमवार 11:28 तक रहेगी। राखी उसके बाद ही बांधी जाएगी। इसी दिन रात 11:30 खंडग्रास चंदग्रहण लगेगा, जिसका सूतक दोपहर 1:52 बजे के बाद से शुरू हो जाएगा। इसके बाद कोशिश करें कि रक्षा सूत्र न बंधे। सूतक के दौरान राखी बांधने से बंधवाने वाले और बांधने वाले दोनों ही को सूतक दोष लगता है। गर्भवती को इसका विशेष ख्याल रखना चाहिए। इसके बाद कुछ भी खाने से परहेज करना उत्तम होगा।
बंद रहेंगे मंदिर के कपाट
श्रावण के अंतिम सोमवार भी सात अगस्त को पड़ेगा। इस दिन भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना अपराह्न 1:52 बजे तक ही होगी। इसके बाद मंदिर के कपाट बंद हो जाएंगे। मनकामेश्वर मंदिर की महंत देव्यागिरि ने बताया कि चंद्रग्रहण होने की वजह से ऐसा किया जाएगा। कोनेश्वर मंदिर के साथ ही राजेंद्रनगर के महाकाल मंदिर सहित कई शिव मंदिरों में अभिषेक नहीं होगा।
चंदग्रहण का स्पर्श सात अगस्त को रात्रि 10:52 बजे होगा और चंदग्रहण का मोक्ष देर रात 12:49 बजे होगा। चंदग्रहण देश के संपूर्ण भू-भाग से इस ग्रहण का स्पर्श, मध्य और मोक्ष दिखाई देगा। एशिया, अफ्रीका, यूरोप, अंटार्कटिका, आस्टे्रलिया, प्रशांत महासागर के पश्चिमी इलाकों से चंद्र ग्रहण दिखेगा।
राशि के अनुसार बांधे राखी
मेष- लाल, गुलाबी या पीेले रंग की। वृष: श्वेत, नीली, रेशमी-चमकीला।
मिथुन- हरा, नीला और गुलाबी।
कर्क-श्वेत, पीली, चमकीली-रेशमी।
सिंह-लाल, गुलाबी या पीेल रंग की।
कन्या- श्वेत, हरा, गुलाबी।
तुला- श्वेत, नीली-चमकीली।
वृश्चिक- लाल, गुलाबी या पीला।
धनु- पीली, लाल या गुलाबी।
मकर- नीला, चमकीला-श्वेत।
कुंभ- श्वेत-नीला।
मीन-पीली या गुलाबी।