बालिका वधू दे रही थी बोर्ड परीक्षा, एलटी ग्रेड शिक्षक पति था कक्ष निरीक्षक
15 साल की विवाहिता को पेपर देते देख डीआइओएस भौचक्का रह गए। शक के आधार पर जांच शुरू हुई तो परीक्षा केंद्र में ही इस बालिका वधू का पति शिक्षक (एलटी ग्रेड) निकला।
कानपुर (जेएनएन)। यूपी बोर्ड परीक्षा के दौरान सजेती क्षेत्र में गांव भदवारा के महाराणा प्रताप इंटर कालेज में छापा मारने पहुंचे डीआइओएस वहां 15 साल की विवाहिता को पेपर देते देख भौचक्का रह गए। फौरन ही शक के आधार पर जांच शुरू की गई तो चौंकाने वाला मामला सामने आया। उस परीक्षा केंद्र में इस बालिका वधू का पति शिक्षक (एलटी ग्रेड) निकला। पूरे मामले में फर्जीवाड़े की आशंका और प्रधानाचार्य की भूमिका संदिग्ध होने पर डीआइओएस डॉ.विनय मोहन वन ने संयुक्त शिक्षा निदेशक से मिले। इसके बाद प्रधानाचार्य से मंगलवार तक मामले की लिखित आख्या मांगी। उन्होंने कहा कि मामले में जो दोषी होगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
डीआइओएस ने बताया कि दसवीं की गणित परीक्षा दे रही रंजना के जब रिकार्ड जांचे गए तो जन्मतिथि 11 मार्च 2002 अंकित मिली। इसके मुताबिक उसकी आयु 15 वर्ष होती है। रंजना ने अपने बयान में उसी कालेज के शिक्षक सूर्यबली से 2016 में शादी होने की बात स्वीकार की है। उसने कालेज में प्रवेश के दौरान चित्रकूट के एक विद्यालय की जो टीसी जमा की है, उसमें संबंधित जिला विद्यालय निरीक्षक के काउंटर साइन भी नहीं हैं। इसके चलते पूरे मामले में प्रधानाचार्य राजेश बाबू सचान की भूमिका भी संदिग्ध लगी। इस पर प्रधानाचार्य से आख्या मांगी गई है। वह अपनी आख्या से संयुक्त निदेशक (माध्यमिक शिक्षा) को अवगत कराएंगे।
2002 नही लिख पाई रंजना
परीक्षा छूटने के करीब 45 मिनट पूर्व रंजना गणित का संपूर्ण प्रश्नपत्र हल कर चुकी थी। डीआइओएस ने उसके समीप पहुंच कॉपी देखी तो सब कुछ ठीक ठाक मिला। रंजना की मेधा जांचने को उन्होंने 2002 लिखने को कहा तो 202 लिखा। डीआइओएस ने आशंका जताई कि रंजना की कॉपी उसके पति या अन्य किसी द्वारा लिखी गई प्रतीत होती है।
शिक्षक ने कहा, रंजना पत्नी नहीं
शिक्षक सूर्यबली ने पूछने पर बताया कि हाईस्कूल की परीक्षा दे रही रंजना उनकी पत्नी नहीं हैं। वह परीक्षा ड्यूटी भी नही कर रहे हैं।