संविधान के दायरे में बजरंग दल का प्रशिक्षण : तोगडिय़ा
विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष प्रवीण तोगडिय़ा ने कहा कि बजरंग दल संविधान व कानून के दायरे में ही रहकर युवाओं को आत्मरक्षा की ट्रेनिंग दे रहा है।
लखनऊ। विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष प्रवीण तोगडिय़ा ने कहा कि बजरंग दल संविधान व कानून के दायरे में ही रहकर युवाओं को आत्मरक्षा की ट्रेनिंग दे रहा है। सेक्टर 12 स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में बजरंग दल द्वारा चलाए जा रहे शौर्य प्रशिक्षण शिविर (आत्मरक्षा शिविर) के समापन समारोह में पहुंचे तोगडिय़ा ने कहा कि इसमें कुछ भी गलत नहीं है। उन्होंने कहा कि बजरंग दल पिछले 25 वर्षों से पूरे देश में युवाओं को आत्म रक्षा व स्वस्थ रहने का प्रशिक्षण दे रहा है, ताकि युवा आतंक व अपराध का डटकर सामना कर सकें। यह राष्ट्र हित का काम है। देश में किसी भी संगठन को संविधान व कानून के दायरे में रहकर इस तरह का क्रियाकलाप करने की आजादी है। बजरंग दल के शिविर में कहीं कोई गलत गतिविधि नहीं है। वह देश हित में युवाओं को प्रशिक्षित कर रहा है।
उन्होंने कहा कि 1951 में देश की आबादी जब 30 करोड़ थी, तब 10 लाख मरीज थे, लेकिन अब आबादी करीब 125 करोड़ है तो मरीजों की संख्या 40 करोड़ तक पहुंच चुकी है। ऐसे में स्वस्थ रहने का प्रशिक्षण दिया जाना अच्छी पहल है। इसके लिए सपा, बसपा समेत अन्य दलों को बजरंग दल की सराहना करनी चाहिए। प्रशिक्षण का विस चुनाव से कोई ताल्लुक नहीं है। कुछ दिनों पहले बजरंग दल के एक शिविर में तलवार के साथ युवाओं को प्रशिक्षण का वीडियो वायरल होने के मामले पर तोगडिय़ा ने कहा कि मैंने कहीं ऐसा कोई वीडियो नहीं देखा है। अगर किसी के पास है तो मुझे भी दिखाए। वहीं लाठी व टोपी के सवाल पर उन्होंने कहा कि देश में बहुत लोग टोपी पहनते हैं, लाठी लेकर चलते हैं। इसमें भी कुछ नया नहीं है। राम मंदिर निर्माण से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि यह आंदोलन 450 वर्ष से चल रहा है। मेरा सिर्फ इतना कहना है कि अखिलेश सरकार को युवाओं के लिए रोजगार की व्यवस्था कर महंगाई पर नियंत्रण पाना चाहिए।