सपा का झंडा लगी गाड़ियों की चेकिंग पर स्टेटिक टीम की पिटाई
जागरण संवाददता, आगरा : बाह के बटेश्वर में शनिवार को प्रशासन की स्टेटिक सर्विलांस टीम पर सपा
जागरण संवाददता, आगरा : बाह के बटेश्वर में शनिवार को प्रशासन की स्टेटिक सर्विलांस टीम पर सपा का झंडा लगी गाड़ियों के काफिले में शामिल युवकों ने जमकर गुंडई दिखाई। दर्जन भर से अधिक गाड़ियों के काफिले से उतरे युवकों ने टीम में शामिल मजिस्ट्रेट से अभद्रता की, विरोध पर दरोगा और सिपाहियों को सड़क पर दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। वीडियो कैमरा और रायफल छीन ली। आरोपी घटना स्थल से थोड़ी दूर रायफल और कैमरा फेंक गए। घटना के बाद अधिकारी कई घंटों तक कुछ भी कहने से बचते रहे। देर रात चार लोगों की गिरफ्तारी दिखाकर मुकदमा दर्ज कर लिया गया।
बाह के बटेश्वर-शिकोहाबाद मार्ग स्थित खांद चौराहे पर शनिवार शाम लगभग 4.30 बजे स्टेटिक मजिस्ट्रेट पंकज यादव के नेतृत्व में टीम चेकिंग कर रही थी। इसी बीच बटेश्वर से शिकोहाबाद की ओर जा रहे दर्जन भर गाड़ियों के काफिले को रोका। काफिले की पांच गाड़ियों पर समाजवादी पार्टी के बड़े झंडे लगे थे। वीडियोग्राफर जरार निवासी विष्णु वीडियोग्राफी करने लगा। सिपाही राजेंद्र कुमार जोशी ने काफिले में शामिल लोगों से अनुमति दिखाने को कहा।
पुलिस के अनुसार गाड़ियों पर अनुमति थी। रोके जाने पर अपनी बेइज्जती समझते हुए गाड़ियों में बैठे युवक बौखला गए। गाड़ियों से उतरते ही चार युवकों ने स्टेटिक मजिस्ट्रेट पंकज यादव से अभद्रता कर दी। विरोध पर पास में खड़े सिपाहियों को गाली देने लगे और मारपीट शुरू कर दी। सूत्रों के मुताबिक गाड़ियों में मौजूद गनर भी वहां पहुंच गए। सब कुछ इतनी जल्दी में हुआ कि सिपाही कुछ समझ भी न सके। इसी बीच दबंग युवकों ने रायफल छीनकर सिपाहियों की बटों से पिटाई की। इसमें राजेंद्र कुमार जोशी की आंख और मुंह में चोट लग गई और वीडियोग्राफर विष्णु के कानों में चोट लगी। काफिले में शामिल युवकों ने दरोगा किशन सिंह और सिपाही धारा सिंह को भी पीटा। बताया जाता है कि टीम को पीटने के बाद काफिले में शामिल गाड़ियां चली गईं। थोड़ी दूर जाने के बाद रायफल सड़क किनारे फेंक दी और वीडियो कैमरे को वे अपने साथ ले गए।
घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस घायल सिपाही और वीडियोग्राफर को लेकर स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंची। यहां प्राथमिक उपचार के बाद दोनों को आगरा लाया गया। घटना में सिपाही राजेंद्र कुमार जोशी के चेहरे पर बेरहमी से वार किए गए, जबकि वीडियोग्राफर विष्णु पिटाई के बाद दोनों कानों से कुछ सुन भी नहीं पा रहा है।
घटना के बाद मौके पर मौजूद मजिस्ट्रेट यह बताने को भी तैयार नहीं थे कि काफिला किस पार्टी का था। उनका कहना था कि एक राजनीतिक दल की गाड़ियों का काफिला था। उन्होंने वीडियोग्राफी करने पर सिपाहियों से मारपीट कर दी और रायफल छीनने की कोशिश की।
इस संबंध में घटना के काफी देर बाद भी अफसरों में कई घंटों तक ऊहापोह की स्थिति बनी रही। कोई भी पुलिस या प्रशासनिक अधिकारी घटना के संबंध में पूरा ब्योरा देने से कतराते रहे।
देर रात एसएसपी ने इस मामले में पत्रकार वार्ता कर मुकदमे और आरोपियों की गिरफ्तारी की जानकारी दी। एसएसपी शलभ माथुर ने बताया हमलावर सपा का झंडा लगी गाड़ियों में सवार थे। एसआइ किशन सिंह की तहरीर पर अज्ञात चार लोगों के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा, मारपीट और धमकी देने की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया। इसी के साथ मैनपुरी निवासी महेंद्र यादव, गौरव यादव, भोले और छोटे सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है।