अन्याय व अज्ञान के खिलाफ ऊर्जा लगाएं युवा : रविशंकर
भ्रष्टाचार, अत्याचार व दुराचार देश की सबसे बड़ी समस्याएं हैं, इनसे निपटने के लिए आध्यात्मिक गुरुओं को एक मंच पर आकर काम करना होगा। यह बात आर्ट आफ लिङ्क्षवग के श्रीश्री रविशंकर ने आज नैमिषारण्य के कालीपीठ पर आयोजित युवा समागम में युवाओं के प्रश्नों के जवाब देते हुए कही।
लखनऊ। भ्रष्टाचार, अत्याचार व दुराचार देश की सबसे बड़ी समस्याएं हैं, इनसे निपटने के लिए आध्यात्मिक गुरुओं को एक मंच पर आकर काम करना होगा। यह बात आर्ट आफ लिङ्क्षवग के श्रीश्री रविशंकर ने आज नैमिषारण्य के कालीपीठ पर आयोजित युवा समागम में युवाओं के प्रश्नों के जवाब देते हुए कही। उन्होंने कहा कि वर्तमान परिवेश में हमारे धर्म पर राजनीति भारी पड़ रही है। इसके रोकने के लिए हमारे धर्म गुरुओं के साथ ही संत-महात्माओं को भी आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि वह तनावमुक्त और ङ्क्षहसामुक्त समाज की रचना के लिए वह आर्ट आफ लिङ्क्षवग कोर्स के जरिए विश्व भर के लाखों लोगों को आपस में जोड़ रहे हैं। बोले युवाओं में उत्साह हमेशा बना रहता है। इस उत्साह को वह अच्छे काम व देश समाज की सेवा में लगाएं। युवा अपनी उर्जा को अन्याय व अज्ञान के विरोध में खर्च करें। साथ ही उन्होंने शराब पर प्रतिबंध लगाने की भी बात कही। श्रीश्री रविशंकर ने किसानों से कहा कि वह भूमि में ज्यादा फसल उगाने में जहरीला रसायन का प्रयोग न करें। उन्होंने कहा कि भगवान जो सबसे उत्तम हैं, वही देते हैं। यदि ऐसा भाव आ जाए तो समझो भक्ति आ गई है। इसके पूर्व श्रीश्री रविशंकर ने नैमिषारण्य के व्यास गद्दी के पीठाधीश अनिल कुमार शास्त्री के वेद व्यास धाम पर महानारायण यज्ञ किया। यहां 12 दक्षिण भारतीय शिवाचार्यों ने सस्वर सनातन वैदिक मंत्रोच्चार के बीच करीब दो घंटे तक अष्टकोणीय विशाल यज्ञशाला में आहुतियां अर्पित की। श्रीश्री रविशंकर हनुमानगढ़ी भी गए।