अगले सीजन में उत्तर प्रदेश में सभी ईंट भट्ठे बंद रहेंगे
एटा में जिला ईंट निर्माता संघ के बैनर तले प्रदेश के भट्ठा कारोबारियों की बैठक में व्यापारियों ने अगले सीजन में भट्ठे बंद करने की घोषणा कर दी है। नेशनल ग्र्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) की जटिलताओं पर चर्चा कर कई अन्य महत्वपूर्ण निर्णय भी हुए।
लखनऊ। एटा में जिला ईंट निर्माता संघ के बैनर तले प्रदेश के भट्ठा कारोबारियों की बैठक में व्यापारियों ने अगले सीजन में भट्ठे बंद करने की घोषणा कर दी है। नेशनल ग्र्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) की जटिलताओं पर चर्चा कर कई अन्य महत्वपूर्ण निर्णय भी हुए। बांकनेर स्थित एक होटल में प्रांतीय में राष्ट्रीय महामंत्री रविंद कुमार तेवतिया ने कहा कि एनजीटी के प्रमाण पत्र की बाध्यता को लागू करना कारोबार को बंद कराना है। इसकी जटिलताओं पर गौर किया जाए, तो स्पष्ट हो जाएगा कि सरकार भट्ठा कारोबार को बंद करना चाहती है। पर्यावरण क्लियरेंस के विरोध में सर्वसम्मति से अगले सीजन में भट्ठा कारोबार बंद करने की घोषणा की गई। कहा गया कि अखिल भारतीय ईंट निर्माता समिति दिल्ली एवं उत्तर प्रदेश ईंट निर्माता समिति के आह्वान पर अगले सीजन वर्ष 2015-16 में ईंट भट्ठे बंद रहेंगे। यह भी निर्णय हुए कि कोई भी भट्ठा स्वामी अगले सीजन के लिए लेबर बुक नहीं करेगा। कोई भी कोयला, ईंधन आदि नहीं खरीदेगा। कोई भी सरकार को रॉयल्टी, वाणिज्य कर, सीपी टैक्स अगले सीजन के लिए नहीं देगा। बैठक को उत्तर प्रदेश ईंट निर्माता समिति के अध्यक्ष विजय गोयल, महामंत्री प्रमोद चौधरी, लखनऊ के महामंत्री जेपी नागपाल, कासगंज ईंट निर्माता समिति के अध्यक्ष सुभाष गर्ग, उपाध्यक्ष दीपक मेहरा, खलीद मियां, राजेश अग्रवाल, राकेश कुमार अग्रवाल आदि ने संबोधित किया। साथ ही एकजुटता के साथ कारोबारियों को एनजीटी के विरोध का संकल्प दिलाया। बैठक में एटा, आगरा, अलीगढ़, हाथरस, फर्रुखाबाद, बदायूं, मैनपुरी, गौतमबुद्ध नगर सहित प्रदेश के तमाम जिलों के 500 से अधिक भट्ठा कारोबारी मौजूद रहे। अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष विजय गोयल ने की। बैठक का शुभारंभ राष्ट्रीय महामंत्री रविंद कुमार तेवतिया एवं प्रदेश अध्यक्ष विजय गोयल, महामंत्री प्रमोद चौधरी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया।