ट्रैकिंग केज के बाद अब बाघ पकड़ने के लिए बिछेगा जाल
लखनऊ। कानपुर-उन्नाव की गंगा किनारे के गांवों में बाघ की दहाड़ गूंज रही है किंतु वन विभाग और
लखनऊ। कानपुर-उन्नाव की गंगा किनारे के गांवों में बाघ की दहाड़ गूंज रही है किंतु वन विभाग और वाल्ड लाइफ की टीम उसे पकड़ नहीं पाई है। ट्रैकिंग केज लगाने के बाद अब बाघ को पकड़ने के लिए आज जाल बिछाया जाएगा। टीम उम्मीद कर रही है अब बाघ बच कर नहीं जा पाएगा।
वाइल्ड लाइफ और वन अफसरों को 43 दिनों से नचा रहे बाघ को पकड़ने के लिए अब कृत्रिम उपाय किए जाने हैं। बाघ अफसरों को खूब छकाता और चकमा देकर निकल जाता है। रात में वह जंगल के अंदर नया ठिकाना बना लेता है। अब पता चले ठिकाने पर बाघ को पकड़ने के लिए कृत्रिम उपाय शुरू कर दिए गए हैं। इस पर उम्मीद जताई जा रही है कि शायद इस उपाय से बाघ पकड़ में आ जाए।
अफवाहों पर दौड़ती रही टीम
कल वन टीम को सूचना मिली कि उन्नाव के शुक्लागंज की ओर रेलवे लाइन के पास बाघ ने किसी जानवर पर हमला बोला है। इस पर अफसर वहां पहुंचे तो मामला सही नहीं निकला। इसी तरह बीघापुर के बहुराजमऊ में बस्ती में बाघ के घुसने की सूचना मिली। जांच में वन टीम को वह सूचना फर्जी समझ आई।