मैनपुरी में गौवध की अफवाह फैलाने में 21 गिरफ्तार
मैनपुरी जिले के करहल में गोकशी की अफवाह फैलाने और उपद्रव करने पर पुलिस ने 21 लोगों को गिरफ्तार किया है। जबकि 250 लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया गया है। कस्बे में तनाव को देखते हुए पुलिस फोर्स तैनात है।
लखनऊ। मैनपुरी जिले के करहल में गोकशी की अफवाह फैलाने और उपद्रव करने पर पुलिस ने 21 लोगों को गिरफ्तार किया है। जबकि 250 लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया गया है। कस्बे में तनाव को देखते हुए पुलिस फोर्स तैनात है। जिलाधिकारी की माने तो एक गाय की बीमारी से मौत हो गई थी। जिसकी खाल उतार रहे लोगों को भीड़ ने पीटा और फिर बवाल बढ़ता गया।
मैनपुरी के करहल में कल सैकड़ों लोगों ने दो गोकशों को पीट-पीटकर मरणासन्न कर दिया। पुलिस पर दो बार हमला बोला, पथराव किया, जिससे कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस और प्रशासन के वाहनों में तोडफ़ोड़ के साथ तीन वाहनों में आग लगा दी। अल्पसंख्यक समुदाय के प्रतिष्ठानों को भी निशाने पर लिया। पांच घंटे तक तांडव के दौरान पुलिस ने फायरिंग की तो भीड़ ने भी जवाब में गोलियां चलाईं। पहुंचीं डीआइजी और प्रशासनिक अधिकारियों ने किसी तरह स्थिति काबू में की।
करहल कस्बा निवासी रङ्क्षवद्र की गाय शुक्रवार सुबह गायब हो गई। सुबह साढ़े सात बजे कस्बे बाहर गाय को काटने की सूचना पर लोगों में आक्रोश भड़क गया। सैकड़ों लोग मौके पर पहुंचे और दो लल्ला पुत्र रफीक और शफीक पुत्र हबीब गोकशी करते मौके पर ही दबोच लिया। उन्हें पीट-पीटकर अधमरा कर दिया। उनके तीन साथी भाग निकले। मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों छुड़ाया तो भीड़ और आक्रोशित हो उठी और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। इसके बाद पुलिस पर पथराव कर उसकी दो जीप और एक बाइक आग के हवाले कर दी। मौके पर पहुंचे.इस बीच अपर पुलिस अधीक्षक एसएस भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे तो फिर भीड़ ने उन पर भी पथराव किया। इस पर पुलिस ने फायरिंग की तो जवाब में भीड़ की तरफ से भी गोलियां चलाई गईं। बवाल थमने की बजाय और बढ़ता गया। लोगों ने गाय का शव चौराहे पर रख जाम लगा दिया। इसके बाद पास में ही दूसरे संप्रदाय के लोगों की कई दुकानों में आग लगा दी। एक निजी वाहन को भी फूंक दिया। पथराव में प्रशासन की कई गाडिय़ां क्षतिग्रस्त हो गईं। पांच घंटे चले तांडव के बाद डीआइजी लक्ष्मी सिंह ढाई बजे डीएम चंद्रपाल सिंह, एसपी राकेश शंकर और भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचीं। रबड़ बुलेट चलाकर उपद्रवियों को खदेड़ा, तब स्थिति सामान्य हो पाई।