यूपी के सूखाग्रस्त जिलों के लिए अब मांगे 1888 करोड़
उत्तर प्रदेश सरकार ने केंद्र से राष्ट्रीय आपदा मोचक निधि में से संशोधित रबी मैमोरेंडम-2016 की 1888.35 करोड़ रुपये स्वीकृत करने का अनुरोध किया।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने केंद्र से राष्ट्रीय आपदा मोचक निधि में से संशोधित रबी मैमोरेंडम-2016 की 1888.35 करोड़ रुपये स्वीकृत करने का अनुरोध किया। राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि सूखे के कारण फसलों को नुकसान व प्रभावित परिवारों को सहायता, पेयजल के साथ खाद्य व रसद, ग्राम्य विकास (जल निगम), सिंचाई, उद्यान एवं पशु पालन विभाग के प्रस्ताव को सम्मिलित करते हुए 1888.35 करोड़ रुपये का संशोधित रबी मैमोरेंडम-2016 भारत सरकार को प्रेषित किया गया है।
प्रवक्ता ने बताया कम वर्षा के कारण सूखे की स्थिति में सात जिलों में रबी की फसलों को हुए नुकसान के आधार पर 1261.04 करोड़ रुपए का प्रस्ताव पूर्व में भेजा गया। राज्य सरकार ने 18 मई को आठ जिलों-चित्रकूट, महोबा, बांदा, हमीरपुर, ललितपुर, झांसी, जालौन ओर कानपुर नगर को रबी- 2015-16 के लिए सूखाग्रस्त घोषित किया था। प्रवक्ता ने कहा कि 14वें वित्त आयोग द्वारा वर्ष 2016-17 में राज्य आपदा मोचक निधि में 709 करोड़ रुपये धनराशि का प्राविधान किया गया है। इस धनराशि में से लगभग 170.17 करोड़ रुपये की धनराशि विभिन्न आपदाओं में स्वीकृत की जा चुकी है। राज्य आपदा मोचक निधि में अवशेष धनराशि को राज्य सरकार द्वारा वर्तमान वर्ष में घटित होने वाली संभावित अग्निकांड, बाढ़, शीत लहरी आदि के लिए व्यय किया जाएगा।