उन्नाव के पास फिर टूटी पटरी, तीन घंटे रुकी रहीं ट्रेनें
जागरण संवाददाता, लखनऊ : जिस रेलखंड का पिछले दिनों रेलवे मुख्यालय की टीम ने सेफ्टी ऑडिट किया था। उस प
जागरण संवाददाता, लखनऊ : जिस रेलखंड का पिछले दिनों रेलवे मुख्यालय की टीम ने सेफ्टी ऑडिट किया था। उस पर पटरियों के टूटने का सिलसिला थम नहीं रहा है। गुरुवार सुबह उन्नाव के पास एक बार फिर पटरी टूट गई। करीब तीन घंटे की मशक्कत के बाद पटरी को दुरुस्त किया जा सका।
उन्नाव के पास गुरुवार सुबह पटरी टूट गई। निरीक्षण पर निकले रेलवे के गैंगमैन ने इसकी सूचना अधिकारियों को दी। इसके बाद कंट्रोल रूम ने इस रूट की ऊंचाहार एक्सप्रेस समेत कई ट्रेनों को रोक दिया। मौके पर इंजीनिय¨रग के कर्मचारियों ने पहुंचकर पटरी की मरम्मत की। इसके बाद ट्रेन को धीमी गति से रवाना किया गया।
वर्षो से कॉशन पर निकाली जा रहीं ट्रेनें
कानपुर-उन्नाव-लखनऊ रेलखंड पर कई हिस्सों में पटरियां कमजोर हो गयी हैं। इसके चलते लखनऊ आने वाली शताब्दी एक्सप्रेस सहित सभी ट्रेनें कॉशन पर चल रही हैं। यह कॉशन पिछले कई वर्षो से लगा है। रेलवे ने दो साल पहले इस रूट पर 15 किलोमीटर लंबे रेलखंड पर पटरी बदली है। इसके बावजूद ट्रेनों की औसत गति 50 किलोमीटर प्रतिघंटा से अधिक नहीं हो सकी है। रेलवे बोर्ड की टीम ने पिछले महीने 17 और 18 जुलाई को इस पूरे रेलखंड का सेफ्टी ऑडिट किया था। इसमें रेलवे ने जल्द ही पटरियों को बदलने का सुझाव दिया था। हालांकि इसके लिए रेलवे को एक माह का ब्लॉक लेना पड़ेगा। जिसकी मंजूरी रेलवे बोर्ड से नहीं मिल रही है। इस कमजोर रेलखड पर अप्रैल में मुंबई-एलटीटी से लखनऊ आ रही एसी एक्सप्रेस की 11 बोगियां उन्नाव स्टेशन पर पटरी से उतर गई थीं। जबकि इससे ठीक एक माह पहले मगरवारा के पास लखनऊ आ रही मालगाड़ी के 12 वैगन पटरी टूटने से पटरी से उतर गए थे।