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छोटा राजन गिरोह का शूटर खान मुबारक गिरफ्तार

-नाइन एमएम पिस्टल सहित 14 असलहे व 56 कारतूस बरामद -एसटीएफ ने मुठभेड़ के दौरान पकड़ने का किया दावा

By JagranEdited By: Published: Sat, 22 Jul 2017 07:12 PM (IST)Updated: Sat, 22 Jul 2017 07:12 PM (IST)
छोटा राजन गिरोह का शूटर खान मुबारक गिरफ्तार

-नाइन एमएम पिस्टल सहित 14 असलहे व 56 कारतूस बरामद

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-एसटीएफ ने मुठभेड़ के दौरान पकड़ने का किया दावा

-अंडरव‌र्ल्ड डॉन अबू सलेम का भी है करीबी

जागरण संवाददाता, लखनऊ : एसटीएफ (स्पेशल टॉस्क फोर्स) ने छोटा राजन गिरोह के शूटर खान मुबारक को शुक्रवार रात गिरफ्तार किया है। एसटीएफ अधिकारियों का दावा है कि उसे मुठभेड़ के दौरान सुलतानपुर रोड से पकड़ा गया। उसके कब्जे से नाइन एमएम पिस्टल सहित 14 असलहे व विभिन्न बोर के 56 कारतूस बरामद हुए हैं। वह लखनऊ में लूट की बड़ी वारदात के इरादे से आया था, हालांकि उसका स्थानीय ठिकाना व कनेक्शन अभी एसटीएफ तलाश नहीं सकी है। एसएसपी एसटीएफ मनोज तिवारी के मुताबिक खान मुबारक अंडरव‌र्ल्ड डॉन अबू सलेम का भी बेहद करीबी है। वह करीब तीन साल से लगातार सलेम के संपर्क में था। खान मुबारक का बड़ा भाई जफर सुपारी भी छोटा राजन गिरोह का बेहद सक्रिय सदस्य है।

एसटीएफ ने अंबेडकरनगर के हंसवर थानाक्षेत्र के ग्राम हरसंभार निवासी खान मुबारक को पीजीआइ थाना क्षेत्र के सुलतानपुर रोड स्थित झिलझिलपुरवा के पास से गिरफ्तार किया। छोटा राजन गिरोह का शूटर खान मुबारक वर्ष 2012 में जेल से छूटकर आया था। एसएसपी एसटीएफ के मुताबिक खान मुबारक अंबेडकरनगर में एक हत्या के मामले में वांछित भी चल रहा था। जेल से छूटने के बाद वह अंबेडकरनगर, वाराणसी, मिर्जापुर, इलाहाबाद, फैजाबाद व लखनऊ में ठिकाने बदलकर रह रहा था। वह वर्ष 2007 से वर्ष 2012 के मध्य इलाहाबाद, प्रतापगढ़, वाराणसी व बरेली जेल में निरुद्ध रहा और इस दौरान प्रदेश के कई स्थानीय बदमाशों को अपने नेटवर्क से जोड़ा। उसके खिलाफ अंबेडकरनगर व इलाहाबाद में हत्या, लूट, वसूली सहित अन्य धाराओं में 22 मुकदमे दर्ज हैं। मुंबई में भी उसने कई दुस्साहसिक वारदात की हैं। उसके कब्जे से 7.62 बोर की दो पिस्टल, .32 बोर की तीन पिस्टल, नाइन एमएम की एक पिस्टल, दो अद्धी बंदूक, चार देसी बंदूक, दो तमंचे बरामद किए गए हैं।

चाह रहा था पूर्वाचल के बाहुबली नेता का नेटवर्क तोड़ना : एसटीएफ अधिकारियों के मुताबिक खान मुबारक यूपी में रहकर पूर्वाचल के बाहुबली नेता का नेटवर्क तोड़ने में जुटा था। उसकी महत्वाकांक्षा बाहुबली नेता के मुकाबले में प्रदेश में अपना नेटवर्क खड़ा करने की थी। इसके लिए वह शूटरों की टीम भी बना रहा था।

ग्लैमरव‌र्ल्ड की चाहत ने बनाया अंग्रेजी का छात्र : अंडरव‌र्ल्ड डॉन अबू सलेम से प्रभावित खान मुबारक को ग्लैमर व‌र्ल्ड का खूब क्रेज है। वह इलाहाबाद विश्वविद्यालय से अंग्रेजी से एमए भी कर रहा था। साथ ही जिम में भी खूब पसीना बहाता था। एसएसपी अधिकारियों के मुताबिक अबू सलेम से वह पेशी के दौरान मिलने भी जाता था। वह कुछ फिल्म अभिनेत्रियों व मॉडल से भी दोस्ती बढ़ा रहा था। इसके साथ ही फेसबुक पर भी वह खासा सक्रिय रहता था। उसने दाउद के पोज में कई तस्वीरें भी खिंचाई थीं, जिन्हें सोशल मीडिया पर भी शेयर किया था। वह कई युवतियों से भी दोस्ती गांठे था।

रंगदारी ने बढ़ाई हैसियत, खरीदी चार करोड़ की जमीनें : खान मुबारक ने एसटीएफ को पूछताछ में बताया कि उसने अंबेडकरनगर व फैजाबाद में करीब चार करोड़ की जमीनें खरीद रखी हैं। वर्ष 2006 में इलाहाबाद में जानलेवा हमले के एक मामले में पहली बार जेल गए खान मुबारक ने वर्ष 2007 में इलाहाबाद में पोस्ट ऑफिस में लूट की घटना की थी। वारदात में हुई क्रॉस फाय¨रग में उसके दो साथी गोली लगने से मारे गए थे, जबकि एक गार्ड घायल हुआ था। इस मामले में बाद में खान मुबारक गिरफ्तार हुआ था। जेल से छूटने के बाद वर्ष 2012 में उसने रंगदारी न देने पर भट्ठा मालिक आईनुद्दीन की हत्या कर दी थी और व्यापारियों व बड़े लोगों से रंगदारी वसूलने लगा था। बालू के ठेके व विवादित जमीनों पर कब्जे के धंधे में भी वह लिप्त हो गया था।

आइएसआइ कनेक्शन भी : एसटीएफ के अधिकारी ऑफ द रिकॉर्ड खान मुबारक के आइएसआइ कनेक्शन का भी दावा कर रहे हैं। उनका कहना है कि इस बाबत आइबी व अन्य सुरक्षा एजेंसियों को सूचना दी जा रही है। हालांकि एसटीएफ ने अपने प्रेस नोट में इसका जिक्र नहीं किया।

वर्क एट क्राइम ब्रांच : खान मुबारक ने अपने फेसबुक प्रोफाइल में वर्क एट क्राइम ब्रांच लिख रखा था। फेसबुक पर उसके करीब पांच हजार फ्रेंड व 1300 फॉलोअर हैं। सोशल साइट पर उसने बंदूक के साए में अपनी कई तस्वीरें भी अपलोड की हैं।


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