राष्ट्रपति चुनाव में क्रॉस वोटिंग, शिवपाल के बाद छह और कौन
उत्तर प्रदेश से शिवपाल सिंह के बारे में तो तय था कि उनका वोट रामनाथ कोविंद के खाते में जाएगा, लेकिन छह और वोट कोविंद के खाते में जाने से तय हो गया कि यहां क्रॉस वोटिंग हो गई है।
लखनऊ (जेएनएन)। राष्ट्रपति चुनाव के तीन दिन पहले लखनऊ में बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती के बाद ही समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात करने के बाद भी यूपीए प्रत्याशी मीरा कुमार को झटका मिला। उत्तर प्रदेश से शिवपाल सिंह यादव के बारे में तो तय था कि उनका वोट रामनाथ कोविंद के खाते में जाएगा, लेकिन उनके अलावा छह और वोट कोविंद के खाते में जाने से तय हो गया कि यहां क्रॉस वोटिंग हो गई है।
राष्ट्रपति पद की विपक्ष की उम्मीदवार मीरा कुमार ने मतदान के कुछ दिन पहले ही आकर अपने लिए 'अंतरात्मा की आवाज' पर वोट मांगे थे लेकिन, विपक्ष के सात विधायकों का दिल राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद के लिए धड़क गया। इनमें सपा के वरिष्ठ नेता शिवपाल यादव ने तो खुले तौर पर कोविंद को वोट डाला था लेकिन, छह विधायक और उनकी ही राह पर चले। अब उनके नाम को लेकर कयासबाजी का दौर है। माना जा रहा है कि इनमें कांग्रेस और सपा के अधिक हैं। एक बसपा का भी होने की संभावना है।
उत्तर प्रदेश में भाजपा व उसके सहयोगी अपना दल तथा भासपा को मिलाकर 325 विधायक हैं, जबकि रामनाथ कोविंद को 335 मत मिले हैं। वैसे भाजपा नेताओं ने 339 विधायकों के वोट का दावा किया था लेकिन, उन्हें दस अतिरिक्त विधायकों के ही वोट मिले। तीन निर्दलीय विधायकों के लिए पहले ही यह संभावना जताई जा चुकी थी कि एनडीए प्रत्याशी के साथ ही रहेंगे। दूसरी ओर विपक्ष की उम्मीदवार मीरा कुमार को सपा, बसपा और कांग्रेस को मिलाकर 73 विधायकों के मतों की दरकार थी लेकिन, सपा के एक विधायक ने बीमारी के चलते मतदान में भाग नहीं लिया था। शेष 72 विधायकों में से सिर्फ 65 के ही वोट उन्हें हासिल हुए। यानी कि सात विधायकों ने उनकी तुलना में कोविंद का पक्ष लिया। इनमें शिवपाल को छोड़ दें तो बाकी छह कौन हैं, इसको लेकर कल मतगणना के बाद चर्चा का दौर चला।
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मतदान के बाद शिवपाल यादव ने दावे के साथ कहा था कि कई और विधायकों ने भी कोविंद के पक्ष में वोट दिया है। इससे माना जा रहा है कि क्रॉस वोटिंग करने वालों में कुछ उनके करीबी हैं।
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हालांकि ऐसे विधायकों में बसपा का एक, कांग्रेस के दो और सपा के तीन नाम लिए जा रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि सपा के जिस विधायक पर क्रास वोटिंग का संदेह है, वह पार्टी के शीर्ष नेतृत्व का खासा करीबी माना जाता है। एक अन्य विधायक आलू पट्टी का बताया जा रहा है।
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कोविंद सच्चे अर्थों में धर्मनिरपेक्ष : शिवपाल
राष्ट्रपति चुनाव का परिणाम आने के बाद सपा विधायक शिवपाल यादव ने कहा कि कोविंद सच्चे अर्थों में धर्मनिरपेक्ष नेता हैं। विपक्षी दलों के कई विधायकों ने अंतरात्मा की आवाज पर उन्हें वोट दिया है।
तस्वीरों में देखें-रामनाथ कोविंद के निर्वाचन पर उत्साह की हिलोरें