पुलिस टीम पर हमला, आंखों में झोंका मिर्च पाउडर
- बख्शी का तालाब के अस्ती गांव में दुष्कर्म के आरोपित को पकड़ने गई थी पुलिस - दारोगा व सिपाहियों क
- बख्शी का तालाब के अस्ती गांव में दुष्कर्म के आरोपित को पकड़ने गई थी पुलिस
- दारोगा व सिपाहियों को लाठी-डंडों से पीटकर आरोपित को छुड़ाया
- पुलिस ने हमलावर तीन महिलाओं को किया गिरफ्तार, अन्य की तलाश
जागरण टीम, लखनऊ : राजधानी में पुलिस टीम पर दुस्साहसिक हमले की घटना सामने आई है। बख्शी का तालाब क्षेत्र में अस्ती गांव में दुष्कर्म व पॉक्सो एक्ट के आरोपित को पकड़ने गई पुलिस टीम पर परिवार ने मिर्च पाउडर झोंकने के बाद लाठी-डंडों से हमला कर दिया। हमले में आरोपित के परिवार की महिलाएं भी शामिल थीं, जिन्होंने मिर्च पाउडर फेंका। महिलाओं ने पुलिस से आरोपित को छुड़ाकर घर से भगा भी दिया। हालांकि साथ गई महिला पुलिसकर्मियों ने तीन हमलावर महिलाओं को पकड़ लिया। हमले में दारोगा व तीन सिपाही गंभीर रूप से घायल हो गए। आंखों में मिर्च पाउडर जाने से उनकी हालात बिगड़ गई।
एएसपी देहात डॉ.सतीश कुमार के मुताबिक मामले में बलवा, जानलेवा हमला व मारपीट सहित अन्य संगीन धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर पकड़ी गई तीनों आरोपित महिलाओं का चालान किया गया है। जबकि हमले में शामिल दुष्कर्म के आरोपित व उसके भाई की तलाश कराई जा रही है।
यह घटना मंगलवार देर रात करीब डेढ़ बजे की है। बताया गया कि अस्ती गांव के निवासी आशीष के खिलाफ 10 जुलाई को इसी थानाक्षेत्र की एक किशोरी के साथ दुष्कर्म व पॉक्सो एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। तभी से पुलिस उसकी तलाश कर रही थी। आरोपित आशीष के उसके घर पर मौजूद होने की सूचना पाकर मंगलवार रात दारोगा नेपाल सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम गठित की गई। पुलिस टीम में चार महिला सिपाही भी शामिल थीं। टीम ने रात करीब डेढ़ बजे अस्ती गांव स्थित आशीष के घर पर दबिश दी। आरोपित आशीष पुलिस को घर पर ही मिल गया। पुलिस के मुताबिक उसे दबोच लिया गया, लेकिन तभी घर में मौजूद महिलाओं ने पुलिसकर्मियों पर मिर्च पाउडर डाल दिया। आंखों में मिर्च जाने से दारोगा नेपाल सिंह, सिपाही नृपेंद्र सिंह, कुदरतउल्ला व गिरीश तिवारी तिलमिला उठे और आरोपित को छोड़कर पानी तलाशने लगे। कुछ देर के लिए उन्हें दिखाई पड़ना ही बंद हो गया। इस बीच महिलाओं ने डंडों से पुलिसकर्मियों को पीटा भी, जबकि आरोपित आशीष व उसके भाई गुड्डू ने पथराव कर दिया। शोर सुनकर आसपास के ग्रामीण इकट्ठा होने लगे। तभी आशीष व गुड्डू घर से भाग गए। जबकि पुलिस टीम में शामिल महिला आरक्षी पूजा, सोनल, आशा सिंह व रितु पूरे हौसले से काम लिया और हमलावर महिलाओं पर सख्ती से काबू पाया और घटना की सूचना थाने पर दी। कुछ देर बाद अन्य पुलिसकर्मी भी मौके पर पहुंच गए। तब हमले के आरोप में आशीष की मां सावित्री, बहन रूबी व बरगदी गांव निवासी कमला को पकड़कर थाने ले जाया गया। बाद में तीनों महिलाओं को महिला थाने भिजवाया गया। बुधवार को पुलिस ने तीनों का चालान कर उन्हें कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
घायल पुलिसकर्मियों को पहुंचाया अस्पताल : पुलिस टीम ने घायल दारोगा व तीनों सिपाहियों को रामसागर मिश्र संयुक्त चिकित्सालय पहुंचाया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद उनकी हालात में थोड़ा सुधार हुआ। पुलिसकर्मियों की आंखों में काफी जलन हो रही थी। बताया गया कि हमले में सिपाही नृपेंद्र सिंह के पीठ पर भी गंभीर चोटें आई।
महिला संगठन की कार्यकर्ता होकर गांठा रौब : पुलिस के मुताबिक आरोपित महिला कमला खुद को एक सामाजिक संगठन की कार्यकर्ता होने का दावा कर पुलिस पर रौब गांठ रही थी। पुलिस तीन दिन पूर्व भी आरोपित आशीष को पकड़ने गई थी, तब कमला पुलिस टीम से भिड़ गई थी और गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी थी। तब हंगामा होने के चलते पुलिस को टीम को लौटना पड़ा था।
सीओ को दिए कार्रवाई के निर्देश
एएसपी देहात के मुताबिक बुधवार को सीओ बख्शी का तालाब लाल प्रताप सिंह को पूरे मामले की जांच के लिए गांव भेजा गया था। आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कराई जाएगी। पुलिस आशीष व उसके भाई की तलाश कर रही है।