कठपुतलियों को भी पता है जल संचयन का महत्व
-आचलिक विज्ञान नगरी में भूजल सप्ताह पर हुए कार्यक्रम जागरण संवाददाता, लखनऊ: आंचलिक विज्ञान नगरी
-आचलिक विज्ञान नगरी में भूजल सप्ताह पर हुए कार्यक्रम
जागरण संवाददाता, लखनऊ:
आंचलिक विज्ञान नगरी में बुधवार को भूगर्भ जल विभाग के सहयोग से आयोजित भूजल सप्ताह के चौथे दिन कठपुतली शो का आयोजन किया गया। स्कूली बच्चों के साथ-साथ आम लोगों ने भी कठपुतलियों द्वारा दिए संदेश से सीख ली।
कार्यक्रम की अगले कड़ी में वाद-विवाद प्रतियोगिता हुई, जिसमें 67 विद्यार्थियों ने दिए गए विषय पर अपने-अपने तर्क निर्णायक मंडल के समक्ष प्रस्तुत किए। निर्णायक मण्डल में भूजल विभाग के पूर्व वरिष्ठ वैज्ञानिक आरएस सिन्हा एवं जल निगम के सलाहकार नवीन शुक्ला थे।
इस अवसर पर विद्यार्थियों एवं विशेषज्ञों द्वारा 'भूगर्भ जल संरक्षण' पर नुक्कड़ नाटक का भी आयोजन हुआ जिसमें विभिन्न विद्यालयों से आई 5 टीमों ने अपने-अपने नाटक के माध्यम से भूजल संरक्षण व वर्षा जल संचयन के बारे में लोगों को अहम् जानकारी दी। इस प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में वरिष्ठ कलाकार अनूप मिश्रा उपस्थित थे, जिन्होंने इस परंपरागत संचार विधा को खूब सराहा।
आज होंगे यह कार्यक्रम
भूजल सप्ताह समारोह के अंतर्गत गुरुवार को विद्यार्थियों के लिए आचलिक विज्ञान नगरी की जल दीर्घा पर आधारित एक प्रश्नोत्तरी का आयोजन किया जाएगा। इसके अलावा पानी की बर्बादी पर रोक विषय पर पावरप्वाइंट प्रेजेंटेशन होगा। इसके अतिरिक्त भूजल जागरूकता कार्यक्रम के अंतर्गत गीत एवं नाट्य प्रभाग, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय लखनऊ के सौजन्य से चिड़ियाघर एवं चारबाग रेलवे स्टेशन पर जनमानस में जल संरक्षण के प्रति जागरूकता उत्पन्न करने के उद्देश्य से नुक्कड़ नाटकों का आयोजन किया जाएगा। ग्रामीण क्षेत्रों में भूजल जागरूकता कार्यक्रम के अंतर्गत कुर्सी रोड स्थित स्कूल में कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।