Move to Jagran APP

पुलिस की लापरवाही उजागर, दारोगा सहित तीन सस्पेंड

लखनऊ : कर्नाटक के आइएएस अनुराग तिवारी की मौत के मामले में पुलिस की एक और बड़ी लापरवाही सामने आई है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 29 May 2017 08:40 PM (IST)Updated: Mon, 29 May 2017 08:40 PM (IST)
पुलिस की लापरवाही उजागर, दारोगा सहित तीन सस्पेंड

लखनऊ : कर्नाटक के आइएएस अनुराग तिवारी की मौत के मामले में पुलिस की एक और बड़ी लापरवाही सामने आई है। 17 मई की सुबह मीराबाई मार्ग पर जब अनुराग का शव मिला था, तब एक युवक ने इसकी सूचना सबसे पहले 100 नंबर पर दी थी, लेकिन यूपी डॉयल 100 की टीम स्थानीय पुलिस के पहुंचने के बाद मौके पर पहुंची थी। इस मामले में लापरवाही उजागर होने पर डायल 100 के दारोगा (प्रोन्नतमान) व दो सिपाहियों को निलंबित कर दिया गया है। वहीं अब तक प्रत्यक्षदर्शी को तलाशने का दावा कर रहे एसआइटी की भी बड़ी चूक सामने आई है। सूचना देने वाले युवक को एसआइटी अब तक तलाश नहीं सकी है। अब एसआइटी 100 नंबर पर सूचना देने वाले युवक के बयान दर्ज करने की तैयारी कर रही है।

loksabha election banner

आइएएस अनुराग की मौत के मामले में 17 मई की सुबह करीब छह बजे नरही चौकी पर तैनात सिपाही हरवीर मौके पर पहुंचे थे। हरवीर को एक राहगीर ने शव पड़े होने की सूचना दी थी। मौके पर पहुंचे हरवीर ने हजरतगंज थाने और इंस्पेक्टर को इसकी सूचना दी थी। थाने से पहुंची पुलिस टीम अनुराग को उठाकर सिविल अस्पताल ले गई थी, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था। इससे पूर्व सुबह 5:33 बजे एक युवक ने शव पड़े होने की सूचना 100 नंबर पर दी थी। बताया गया कि युवक ने बीच सड़क एक व्यक्ति को पड़ा देखकर पहले समझा कि कोई नशे की हालत में गिर गया है। उसने पास जाकर देखा तो खून बिखरा था। तब युवक ने शव पड़े होने की सूचना 100 नंबर पर दी थी। युवक मीराबाई मार्ग स्थित एक कॉल सेंटर में काम करता है। युवक के सूचना देने के बाद डायल 100 की टीम स्थानीय पुलिस के पहुंचने के बाद मौके पर पहुंची थी, जबकि डॉयल 100 का रिस्पांस टाइम 10 मिनट होने का दावा किया जाता है। एसएसपी दीपक कुमार के मुताबिक लापरवाही सामने आने पर डायल 100 की पीआरवी 467 पर तैनात रहे दारोगा (प्रोन्नतमान) हरिशंकर, सिपाही लालमन व अश्वनी कुमार शुक्ला को निलंबित कर दिया गया है। पूरे मामले में पुलिस जांच अब तक बेनतीजा है। पुलिस पड़ताल को लेकर घरवालों ने भी लगातार सवाल खड़े किए हैं। वहीं पुलिस की एक के बाद एक चूक भी सामने आ रही हैं। ऐसे में अब घटना के 12 दिन बाद लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों को निलंबित किए जाने को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं।

डॉक्टरों के बयान नहीं दर्ज कर सकी एसआइटी

आइएएस अनुराग की मौत के मामले में एसआइटी सोमवार को भी पोस्टमार्टम पैनल में शामिल रहे तीन डॉक्टरों के बयान दर्ज नहीं कर सकी। इससे पूर्व शनिवार को एसआइटी ने डॉक्टर बीके श्रीवास्तव के बयान दर्ज किए थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दम घुटने का कारण स्पष्ट न होने को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। यही वजह है कि एसआइटी पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों से इस बाबत जानकारी हासिल करने का प्रयास कर रही है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.