कोचिया की हरियाली गर्मी में देगी सुकून
- कम देखरेख में भी पौधे रहते हैं हरे-भरे जागरण संवाददाता, लखनऊ गर्मी में तेज धूप जहां आंखों को
- कम देखरेख में भी पौधे रहते हैं हरे-भरे
जागरण संवाददाता, लखनऊ
गर्मी में तेज धूप जहां आंखों को परेशान करती हैं। वहीं हरियाली आंखों के साथ-साथ दिल-ओ-दिमाग को भी सुकून पहुंचाती है। जाड़े मेन तो बगीचा रंग बिरंगे फूलों सी गुलजार रहता है लेकिन गर्मी में बगीचे को हरा-भरा बनाए रखना मुश्किल होता है। ऐसे में कोचिया के हरे झाड़ीदार पौधे गार्डेन की रौनक बढ़ाने के साथ-साथ आंखों को भी शीतलता प्रदान करते हैं।
इन पौधों को किसी भी नर्सरी से खरीद कर लगाया जा सकता है। पौधे क्यारी के अलावा गमलों में भी लगाए जा सकते हैं। दरअसल कोचिया जिसका वानस्पतिक नाम बेसिया स्कोपारिया है में फूल नहीं आते हैं। इसकी महीन निडिलनुमा पत्तियां पौधे को खुबसूरत आकार देती हैं। हालांकि कई लोगों को कोचिया के पौधे के खूबसूरत आकार को देखकर ऐसा लगता है कि मानों उसे कटिंग कर विशेष आकार दिया गया हो। परंतु ऐसा नहीं है। दरअसल कोचिया की विशेषता ही उसका आकार है।
कोचिया के पौधे आप किसी भी नर्सरी से ले सकते हैं। इन्हें मझोले आकार के गमले में मिट्टी, गोबर की खाद, नीम खली का मिश्रण भर कर लगा दें। आवश्यकतानुसार पानी दें। पौधे जून तक गार्डेन में हरियाली बिखेरते रहेंगे।