टिकट निरस्तीकरण पर फंसा पेच
मुश्किल में कैशलेस -रेलवे बोर्ड ने फिर से जारी की पीओएस को लेकर गाइड लाइन -जनरल क्लास टिकटों की
मुश्किल में कैशलेस
-रेलवे बोर्ड ने फिर से जारी की पीओएस को लेकर गाइड लाइन
-जनरल क्लास टिकटों की बिक्री पर नहीं लागू हुई यह सुविधा
केस एक
रेल आरक्षण केंद्रों पर डेबिट कम क्रेडिट कार्ड से प्वाइंट ऑफ सेल्स मशीन में टिकट बनवाकर उसे रिफंड कैसे किया जाए, अभी इसे लेकर भी स्थिति तय नहीं है। नतीजतन कर्मचारी टिकट निरस्त करने से कतरा रहे हैं।
केस दो
रेलवे काउंटरों के प्वाइंट ऑफ सेल्स से बनाए गए टिकटों को रात आठ बजे के बाद आरक्षण चार्ट बनने में वेटिंग का टिकट रहने पर उनका निरस्तीकरण कैसे होगा। इस पर बैंक और रेलवे की ओर से नीति नहीं बन सकी है।
जागरण संवाददाता, लखनऊ :
रेलवे में कैशलेस व्यवस्था लागू करने के लिए रेल मंत्रालय ने भारतीय स्टेट बैंक के साथ मिलकर प्वाइंट ऑफ सेल्स (पीओएस) मशीन तो लगा दीं, लेकिन कई तकनीकी खामियों के चलते रेलवे कर्मचारी इसके इस्तेमाल से झिझक रहे हैं। इसके चलते अब जनरल टिकट काउंटरों पर पीओएस लगाने की योजना पर ब्रेक लग गया है।
पीओएस पर बने टिकटों के रिफंड की नीतियों को लेकर अभी तक स्पष्ट निर्देश नहीं हैं। इसके चलते रेलकर्मी पीओएस को लेकर भ्रम में हैं। आइआरसीटीसी की वेबसाइट पर ई टिकट बनाने पर चार्ट बनने के बाद वेटिंग टिकट खुद ही निरस्त हो जाते हैं, जबकि पीओएस में चार्ट बनने के बाद आरक्षण केंद्र बंद होने पर टिकट निरस्त करवाने के लिए अगले दिन का इंतजार करना पड़ता है। जबकि नियम है कि अगले दिन टिकट का निरस्तीकरण नहीं हो सकता है। उधर, बैंक की ओर से अब तक रेलवे को निरस्त हुए टिकटों का ब्योरा तक नहीं मिला है। उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के सीनियर डीसीएम शिवेंद्र शुक्ल का कहना है कि बैंक के साथ कुछ इश्यूज पर बात चल रही है। इस कारण जनरल टिकट काउंटरों पर पीओएस नहीं लग सकी हैं।
ओला और उबर से लेंगे शुल्क
ओला एवं उबर टैक्सियों को अब चारबाग स्टेशन पर खड़ा होने के लिए पार्किंग शुल्क देना होगा। रेलवे इन टैक्सियों को एक निश्चित स्थान देगा।