लॉ विश्वविद्यालय में छात्रों ने खोला मोर्चा
लखनऊ : छात्र हितों को अनदेखा करने, एकेडमिक व नॉन एकेडमिक मामलों में विवि के गैर जिम्मेदाराना रवैये,
लखनऊ : छात्र हितों को अनदेखा करने, एकेडमिक व नॉन एकेडमिक मामलों में विवि के गैर जिम्मेदाराना रवैये, वार्षिक उत्सव पर विवि प्रशासन द्वारा तरह-तरह की पाबंदियों समेत अन्य मामलों को लेकर छात्र-छात्राओं का आक्रोश फूट पड़ा। लॉ स्टूडेंट्स ने क्लास बहिष्कार कर दिया और धरने पर बैठ गए। आक्रोशित छात्र-छात्राओं ने विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया।
शनिवार को एलडीए कॉलोनी स्थित डॉ. राम मनोहर लोहिया नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी का माहौल गर्म हो गया। छात्र-छात्राओं ने विवि प्रशासन पर तानाशाही रवैया अपनाने, मनमाने तरीके से काम किए जाने व छात्र हितों की अनदेखी किए जाने का आरोप लगाते हुए विवि प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। छात्र-छात्राओं ने क्लास का बहिष्कार कर दिया और विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन के सामने धरने पर बैठ गए। छात्र-छात्राओंका कहना था कि मजबूर होकर हमें क्लास बहिष्कार करना पड़ रहा है। आक्रामक रवैये को देख विश्वविद्यालय प्रशासन के भी होश फाख्ता हो गए।
छात्र संबंधी मामलों के लिए नहीं है पैसा
धरने पर बैठे छात्रों का कहना है कि जनवरी और फरवरी माह में एकेडमिक व नॉन एकेडमिक कार्यक्रम होते हैं। इसके तहत तमाम व्यय रहता हैं। मगर विवि प्रशासन द्वारा हर बार पैसे न होने की बात बताकर किनारा काट लिया जाता है, जिसके चलते किसी भी एक्टिविटी को बेहतर ढंग से परफार्म नहीं कर पाते।
कुछ ऐसे जताई पीड़ा
-विवि प्रशासन के वित्तीय मामलों में तनिक भी पारदर्शिता नहीं है। छात्रों का कहना है कि विवि द्वारा अनुचित कार्यो पर असीमित व अनावश्यक खर्चे किए जाते हैं, जबकि छात्रहित से जुड़े मामलों में रुचि नहीं ली जाती।
-राजकीय वित्तीय सहायता की कोई जवाबदेही नहीं है। जवाब मांगने पर विवि प्रशासन द्वारा सरकार की ओर से किसी तरह की सहायता न मिलने की बात कहीं जाती है।
-बीते वर्ष विवि के समारोह के दौरान जनरल काउंसिल के चेयरमैन व मुख्यमंत्री द्वारा संस्थान को वित्तीय सहायता दिए जाने की बात कही गई थी, जबकि विवि प्रशासन इस बात से इन्कार कर रहा है।
-विवि प्रशासन द्वारा तानाशाही रवैया अपनाते हुए छात्र कल्याण समिति भंग कर दी गई थी।
शिक्षकों की छात्रों से दिखी दूरी
विवि के भीतर दिखे माहौल से छात्र-छात्रों की पीड़ा का साफ अंदाजा लगाया जा सकता था। विवि के हालात पर कई छात्राएं रो पड़ीं। उन्होंने विवि प्रशासन द्वारा किसी मामले की सुनवाई न किए जाने का मलाल जाहिर किया।
अक्सर बाहर रहते हैं कुलपति
छात्र-छात्राओं का कहना है कि विश्वविद्यालय के कुलपति हमेशा बाहर ही रहते हैं। जब भी उनसे मुलाकात का समय मांगा जाता है, हमें बताया जाता है कि वीसी साहब बाहर हैं।
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मैं देहरादून में हूं। मुझे मालूम हुआ कि विश्वविद्यालय में बवाल हो रहा है। मैंने तत्काल निर्देश जारी करते हुए स्टूडेंट्स की बात मानने को कहा है। हमारे द्वारा छात्र हितों को ध्यान में रखकर ही कदम उठाया जाता है। छात्रों के लिए हमेशा मेरा दरबार खुला रहता है।
प्रो गुरदीप सिंह बाहरी, कुलपति
डॉ राम मनोहर लोहिया नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी