कोटेदारों का निरस्त होगा लाइसेंस
-खबर का असर -पारा क्षेत्र में आधार न होने पर खाद्यान्न नहीं दे रहे थे दुकानदार -दुकान बंद रखने
-खबर का असर
-पारा क्षेत्र में आधार न होने पर खाद्यान्न नहीं दे रहे थे दुकानदार
-दुकान बंद रखने वालों के विरुद्ध कार्रवाई की संस्तुति
जागरण संवाददाता, लखनऊ : राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के तहत खाद्यान्न देने में आधार कार्ड मांगने वाले कोटेदारों के विरुद्ध न केवल कार्रवाई की जाएगी बल्कि जांच में मामला साबित होने पर दुकानों का लाइसेंस भी निरस्त किय जाएगा। जिन क्षेत्रों में दुकानें बंद मिली उनकी जांच कर उनसे स्पष्टीकरण भी मांगा गया है।
रविवार को 'दैनिक जागरण' में 'थोड़ा बंटा राशन, ज्यादा ताले का शासन' शीर्षक से छपी खबर के बाद हरकत में आए आपूर्ति विभाग ने कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है। अवकाश का दिन होने की वजह से सोमवार को मामले की जांच की जाएगी। जिला पूर्ति अधिकारी संतोष विक्रम शाही ने संबंधित दुकानदारों का लाइसेंस निरस्त किया जाएगा। अखबार में छपी सभी दुकानों की जांच के लिए अधिकारियों की टीम बना दी गई है। संबंधित दुकानों का न केवल लाइसेंस निरस्त होगा बल्कि उनके स्थान पर नई दुकानों का आवंटन भी किया जाएगा।
शारदानगर में संबद्ध किए गए उपभोक्ता
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा के राशन में गड़बड़ी और उपभोक्ताओं को राशन न देने के मामले में रश्मिखंड स्थित दुकान के उपभोक्ताओं को शारदानगर स्थित दुकान से संबद्ध कर दिया गया है। वीरेंद्र-दो के नाम से आवंटित दुकान के 601 उपभोक्ताओं को शारदानगर में रीना चौधरी के कोटे की दुकान से संबद्ध किया गया है। रविवार को उपभोक्ताओं की खाद्यान्न के लिए कतारें लगी रहीं। कई उपभोक्ताओं को तो महीनों से कोटे का राशन नहीं मिला था।