फिर उठा 'संदिग्ध बांग्लादेशी' का सवाल
जागरण संवाददाता, लखनऊ : एक प्रतिष्ठित स्कूल पर आतंकी खतरे की आशंका ने एक बार फिर राजधानी में संदिग्ध
जागरण संवाददाता, लखनऊ : एक प्रतिष्ठित स्कूल पर आतंकी खतरे की आशंका ने एक बार फिर राजधानी में संदिग्ध बांग्लादेशियों की मौजूदगी का सवाल खड़ा हो गया है। शहर में 10 से अधिक ऐसे ठिकाने हैं, जहां झुग्गी-झोपड़ियों में पश्चिम बंगाल के नागरिकों के बीच बांग्लादेश से पलायन कर आए लोग भी रहे हैं। खुफिया विभाग के अधिकारियों के मुताबिक ऐसे संदिग्ध बांग्लादेशियों के पास आसोम व अन्य स्थानों के बने आइडी प्रूफ होने के कारण उनकी वास्तविक नागरिकता को तय कर पाना सबसे बड़ी चुनौती है।
एसएसपी मंजिल सैनी ने स्कूल को लेकर जारी किए गए अलर्ट के मद्देनजर शहर में उन स्थानों पर सत्यापन अभियान चलाने की बात कही है, जहां अतिक्रमण कर बाहरी लोग रहे हैं। एसएसपी का कहना है कि अगले 15 दिन राजधानी में बड़े स्तर पर सत्यापन अभियान चलाया जाएगा, जिसके तहत किरायेदारों व घरेलू नौकरों का सत्यापन कराया जाएगा। खासकर जिन स्थानों पर अतिक्रमण कर बाहरी लोग रहे रहे हैं, उनके मूल पते से लेकर शहर में आने की वजह की पड़ताल कराई जाएगी। एलआइयू (स्थानीय अभिसूचना इकाई) को भी ऐसे स्थानों पर रह रहे बाहरी लोगों की पड़ताल के निर्देश दिए गए हैं। हालांकि इस कवायद के बीच आतंकी संगठनों के स्लीपिंग माड्यूल्स को चिन्हित करना किसी चुनौती से कम नहीं। शहर में पुलिस पहले भी कई बार इस प्रकार के अभियान चलाकर पड़ताल कर चुकी है, लेकिन संदिग्ध बांग्लादेशी उसके हाथ नहीं लगते।
सादे कपड़ों में रहेंगे पुलिसकर्मी
एसएसपी ने कहा कि पुलिस पूरी सतर्कता बरत रही है। सीएमएस स्कूल की शाखाओं के आसपास सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए जा रहे हैं। जब तक आशंका पूरी तरह खत्म न हो जाए, तब तक स्कूलों के बाहर क्यूआरटी के अलावा सादे कपड़ों में पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। स्कूल के भीतर भी सादे कपड़ों में पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा।
बढ़ा दी गई थी सतर्कता
आइजी ए.सतीश गणेश के मुताबिक करीब एक सप्ताह पूर्व आइबी के अलर्ट के मद्देनजर सीएमएस स्कूल की सुरक्षा को लेकर जिला प्रशासन, एटीएस, एसटीएफ, पुलिस व खुफिया तंत्र सभी सक्रिय थे। तीन दिन पहले आइजी ने सीएमएस की कानपुर रोड स्थित शाखा पहुंचकर सुरक्षा-व्यवस्था की पड़ताल की थी। इनपुट के आधार पर खुफिया एजेंसियां उसकी सत्यता की पड़ताल में जुट गई थी। आइजी ने भरोसा दिलाया कि आतंकी हमले की आशंका में सच्चाई नहीं पाई गई। इसके बावजूद पुलिस-प्रशासन पूरी सतर्कता व सजगता बरत रहा है। ऐसी सूचना से बच्चों व अभिभावकों में तनाव न हो, इसके लिहाज से ही गोपनीय ढंग से पूरी सतर्कता बरती जा रही थी।
लावारिस वाहनों की होगी पड़ताल
आइजी ने कहा कि स्कूलों के बाहर व आसपास खड़े होने वाले लावारिस वाहनों की पड़ताल कराई जाएगी। कुछ लोगों ने सवाल उठाया कि कई स्कूल ऐसे भी हैं, जहां पॉर्किग की पर्याप्त व्यवस्था नहीं है। वहां स्कूल के वाहनों सहित अन्य दूसरे वाहन लावारिस हालत में खड़े रहते हैं। इस पर आइजी ने कहा कि यातायात पुलिस से इसके इनपुट लेकर ऐसे वाहनों के खिलाफ कार्रवाई कराई जाएगी।
अलग गेट से परिचयपत्र देखकर दें प्रवेश
आइजी ने सीएमएस स्कूल प्रबंधन को निर्देश दिया है कि खासकर नौवीं से 12वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को एक अलग गेट से परिचयपत्र देखकर ही प्रवेश दिया जाए। अन्य कर्मचारियों को भी परिचयपत्र के आधार पर प्रवेश दिया जाए।