ऑस्टियोआर्थराइटिस में दवा से ज्यादा योग लाभकारी
- केजीएमयू के हड्डी रोग विभाग ने किया शोध जागरण संवाददाता, लखनऊ : क्या आप भी ऑस्टियोआर्थराइटिस से
- केजीएमयू के हड्डी रोग विभाग ने किया शोध
जागरण संवाददाता, लखनऊ : क्या आप भी ऑस्टियोआर्थराइटिस से परेशान हैं। हर रोज दर्द की दवा खाना पड़ती है, तो फिर चिंता छोड़ दें। योग अपनाएं, इससे दवा तो छूट ही जाएगी साथ ही क्वालिटी ऑफ लाइफ भी सुधर जाएगी।
किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) के हड्डी रोग विभाग द्वारा किए गए शोध से यह साबित हो गया है कि जो लोग दवा के साथ-साथ नियमित रूप से योगासन करते हैं, उनके घुटनों के दर्द में कुछ ही दिनों में तीन गुना से ज्यादा की कमी आ जाती है।
डॉ.अजय सिंह व डॉ.वंदना द्वारा किया गया यह शोध इंटरनेशनल जर्नल ऑफ हेल्थ साइंस एंड रिसर्च में प्रकाशित हुआ। शोध के अनुसार कुल 120 मरीजों पर अध्ययन किया गया। डॉ. सिंह बताते हैं कि मरीजों में जोड़ों में सूजन, दर्द, चलने-फिरने में दिक्कत, दर्द की दवा लेने की जरूरत आदि पर अध्ययन केंद्रित किया गया। मरीजों का फालोअप छह से डेढ़ साल तक किया गया। परिणाम काफी उत्साहवर्धक रहे, जो मरीज योग कर रहे थे उन्हें दर्द में राहत मिली।
डॉ.वंदना कहती हैं कि मरीजों को ऐसे आसन कराए जाते हैं जिससे उनकी मांसपेशियां मजबूत हों। वह कहती हैं कि इसके लिए वीरभद्र आसन, सुप्त ताड़ासान व दंडासन आदि कराए जाते हैं।
क्या कहते हैं मरीज
-राजाजीपुरम निवासी दिव्या अवस्थी बताती हैं कि वह बीते दस सालों' से घुटनों के दर्द से परेशान थीं। हर रोज उन्हें दर्द की दवा खाना पड़ती थी। लिंब सेंटर में दिखाया तो वहां योगासन बताए गए। आसन करने के 20-25 दिन के बाद ही फर्क साफ महसूस होने लगा।
-52 वर्षीय गोपेश कहते हैं कि दो साल पहले उनके घुटनों में दर्द रहता था। जांच के बाद पता चला कि उन्हें ऑस्टियोअर्थराइटिस की समस्या है। डॉ.सिंह ने कुछ आसन बताए, जिन्हें करने से अब उनकी तकलीफ 95 फीसद तक ठीक हो चुकी है। वह हर रोज करीब आधा घंटा योग करते हैं।