भाजपा की विकास पर्व रैली के लिए सहारनपुर में प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम सहारनपुर के ग्रीन सिटी मैदान में भाजपा की विकास पर्व रैली को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री कल सायं 4.25 बजे विशेष विमान से सरसावा एयरबेस पर उतरेंगे।
लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम सहारनपुर के ग्रीन सिटी मैदान में भाजपा की विकास पर्व रैली को संबोधित करेंगे। आधिकारिक जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री कल सायं 4.25 बजे विशेष विमान से सरसावा एयरबेस पर उतरेंगे। यहां से 4.30 पर हेलीकॉप्टर से रैली स्थल पहुंचेंगे और 5 बजे संबोधन शुरू करेंगे। करीब 80 मिनट के कार्यक्रम के बाद प्रधानमंत्री हेलीकाप्टर से 6.55 बजे सरसावा एयरबेस पहुंचेंगे और वहां से वायुसेना के विमान से दिल्ली चले जाएंगे।
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भी सरसावा एयरबेस पर मौजूद रहेंगे। प्रदेश सरकार की ओर से कैबिनेट मंत्री साहब सिंह सैनी प्रधानमंत्री की अगवानी करेंगे। भाजपा प्रदेश संगठन ने रैली में मेरठ जोन के नौ, हरियाणा के चार और उत्तराखंड के दो जनपदों से दो लाख से अधिक भीड़ जुटाने का दावा किया है। आईजी मेरठ जोन सुजीत पांडेय ने बताया कि सहारनपुर में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। प्रधानमंत्री की सुरक्षा में एसपीजी, एनएसजी और एटीएस कमांडो के अलावा पांच हजार अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी तैनात किये गए हैं।
रैली पर विपक्ष की निगाह
सहारनपुर में होने जा रही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली पर विपक्ष की निगाह लगी हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में रालोद के गढ़ में भाजपा अपनी ताकत बढ़ाने में लगी है जबकि इसी क्षेत्र में बसपा, सपा व कांग्रेस भी संभावनाएं तलाशने में जुटी हैं। सभी दल सहारनपुर की भाजपा रैली का असर भांपने में लगे हैं। असोम चुनाव की सफलता के बाद यह बात प्रचारित होने लगी थी भाजपा उत्तर प्रदेश में 2017 के चुनाव के लिए असोम माडल अपनाएगी। चूंकि असोम में सांप्रदायिक स्तर पर मोर्चा खुला था और वोटों का ध्रुवीकरण हुआ तो कुछ उसी अंदाज में उत्तर प्रदेश में भी उम्मीद लगायी जाने लगी। गौर करें तो बलिया में उज्ज्वला योजना का शुभारंभ करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चौका-चूल्हा से रिश्ता जोड़ा और भाजपा ने सहारनपुर रैली की शुरुआती तैयारी से ही सामंजस्य के संदेश देने शुरू कर दिए। सहारनपुर के किसान रईस ने सभा स्थल के लिए स्वेच्छा से अपना आठ बीघा गन्ना कटवा दिया और उन्हें इस बात का गर्व है कि उनके खेत से प्रधानमंत्री को पूरी दुनिया सुनेगी। भाजपा के इस प्रयास से प्रतिद्वंद्वी दलों की नींद उड़ी है। रालोद, सपा, बसपा और कांग्रेस भी दलित-मुस्लिम गठजोड़ की सियासत के साथ ही धु्रवीकरण के लिए अन्य जातियों का संतुलन साधने में जुटी हैं। लेकिन भाजपा के इस शो से प्रतिद्वंद्वी दलों को सांप्रदायिकता का डंडा चलाने का मौका नहीं मिलेगा।
दस जिलों पर प्रभाव
सहारनपुर रैली से भाजपा ने आसपास के दस जिलों को प्रभावी ढंग से जोड़ा है, इसलिए यह भी माना जा रहा है कि पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश पर रैली का प्रभाव पड़ेगा। प्रशासन ने दो लाख से अधिक भीड़ होने का अनुमान लगाते हुए शासन को सुरक्षा के लिए रिपोर्ट भेजी है। रैली की तैयारी में जुटे प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल समेत पार्टीजन का आकलन इससे बहुत ज्यादा भीड़ जुटने का है। इसी हिसाब से भाजपा की तैयारी भी चल रही है। मोदी के साथ केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भी रैली में रहेंगे। सहारनपुर और आसपास के इलाकों को सांप्रदायिक बवाल की दृष्टि से संवेदनशील भी माना गया है। ऐसी स्थिति में केंद्र सरकार के दो वर्ष पूरे होने पर भाजपा विकास पर्व के जरिए सिर्फ विकास का ही संदेश देने की तैयारी में है। जाहिर है कि भाजपा के इस दांव का जवाब ढूंढऩे में प्रतिस्पर्धी दल भी अपने लिए रास्ता तलाशेंगे।