उत्तर प्रदेश विधान परिषद के बारहवें सभापति के रुप में आज शपथ लेंगे रमेश यादव
विधान परिषद के बारहवें सभापति समाजवादी पार्टी के सदस्य रमेश यादव होंगे। सभापति पद के लिए गुरुवार को हुए नामांकन में एकमात्र उम्मीदवार के तौर पर पर्चा दाखिल करने के बाद अब उनके निर्विरोध निर्वाचन की औपचारिक घोषणा बाकी रह गई है। उनके निर्वाचित होने की घोषणा शुक्रवार को विधान
लखनऊ। विधान परिषद के बारहवें सभापति समाजवादी पार्टी के सदस्य रमेश यादव होंगे। सभापति पद के लिए कल हुए नामांकन में एकमात्र उम्मीदवार के तौर पर पर्चा दाखिल करने के बाद अब उनके निर्विरोध निर्वाचन की औपचारिक घोषणा बाकी रह गई है। उनके निर्वाचित होने की घोषणा आज विधान परिषद सभा मंडप में कार्यकारी सभापति ओम प्रकाश शर्मा करेंगे।
एटा के बाकलपुर गांव के मूल निवासी और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव के करीबी माने जाने वाले रमेश यादव 31 जनवरी 2015 को चौथी बार विधान परिषद सदस्य चुने गए हैं। उनका कार्यकाल 30 जनवरी 2021 तक है। वर्ष 1977 में मुलायम जब प्रदेश के सहकारिता मंत्री थे, तो उन्होंने रमेश यादव को 18 मई 1978 को एटा जिला उपभोक्ता सहकारी संघ का अध्यक्ष बनवाया था। इस पद पर वह सात साल रहे। 1985 में एटा के निधौली कलां विधानसभा क्षेत्र से लोकदल प्रत्याशी के तौर पर विधायक चुने गए थे। 27 जून 1990 को वह मथुरा-एटा-मैनपुरी स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र से पहली बार विधान परिषद सदस्य चुने गए थे। दूसरी बार 31 जनवरी 2003 और तीसरी बार 31 जनवरी 2009 को वह उच्च सदन के सदस्य निर्वाचित हुए। समाजवादी पार्टी की स्थापना से लेकर अब तक वह एटा में पार्टी के जिलाध्यक्ष हैं।
पिछले सभापति गणेश शंकर पांडेय का कार्यकाल 15 जनवरी को खत्म हो गया था। विधान परिषद में शिक्षक दल के नेता और वरिष्ठतम सदस्य ओम प्रकाश शर्मा को 16 जनवरी को कार्यकारी सभापति का दायित्व सौंपा गया था। नये सभापति के चयन के लिए बुधवार को नामांकन हुआ जिसमें रमेश यादव ने इकलौते प्रत्याशी के रूप में नामांकन पत्र भरा। सुबह पौने दस बजे ही वह प्रमुख सचिव विधान परिषद डॉ.मोहन यादव के कार्यालय में नामांकन दर्ज कराने पहुंचे। उन्होंने दो सेट में नामांकन पत्र दाखिल किया। एक में उनके प्रस्तावक विधान परिषद में नेता सदन अहमद हसन और समर्थक पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री साहब सिंह सैनी थे। वहीं दूसरे में उनकी प्रस्तावक सपा एमएलसी डा.मधु गुप्ता और समर्थक नवनिर्वाचित विधान परिषद सदस्य उदयवीर सिंह थे।