नाम के आगे गांधी न होता तो सांसद नहीं बन पाता : वरुण
भारतीय जनता पार्टी के फायर ब्रांड नेता और सुल्तानपुर से भाजपा सांसद वरुण गांधी ने शनिवार को कहा कि अगर मेरे नाम के आगे गांधी नहीं होता तो मैं शायद सांसद न होता और न ही अच्छी शिक्षा ग्रहण कर पाता।
लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी के फायर ब्रांड नेता और सुल्तानपुर से भाजपा सांसद वरुण गांधी ने शनिवार को कहा कि अगर मेरे नाम के आगे गांधी नहीं होता तो मैं शायद सांसद न होता और न ही अच्छी शिक्षा ग्रहण कर पाता। उन्होंने देश की मौजूदा व्यवस्था को कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि आर्थिक असमानता के कारण देश में घुटन बढ़ रही है। कर्जदार उद्योगपति ही बैंकों के मालिक बन रहे हैं।
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उन्होंने कहा कि उदाहरण सामने है।उद्योगपति विजय माल्या पर दस हजार करोड़ रुपये का कर्ज है, लेकिन वसूला नहीं जा रहा। वह कंपनी पर खर्च नहीं कर रहे हैं। खुद निजी विमान में घूमते हैं। अगर कानून ठीक से काम करता तो कार्रवाई से वह भी नहीं बच पाते। वह प्रेम प्रकाश गुप्ता इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट के दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि बैंक कर्जदार होने पर गरीबों के घर तो गिरवी रख लेता है लेकिन, उद्योगपतियों के घर कब गिरवी होंगे? गरीबों को कब तक अपमान सहना पड़ेगा। देश में असल क्रांति भी तभी आएगी जब कानून सबके लिए बराबर होगा।
बैंकों की भूमिका पर सवाल
उन्होंने कहा कि पूना गया तब पता चला कि 18 निजी विमान वहां खड़े हैं जबकि उसी इलाके में गरीबी के कारण 18 किसान मर चुके हैं। उद्योगपति पांच हजार करोड़ का घर बनाते हैं, लेकिन बुंदेलखंड में पांच हजार किसान कर्ज न दे पाने के कारण मर रहे हैं। उद्योगपति लोन लेने के बाद जमा नहीं करते और कुछ दिन बाद उसी बैंक का मालिक बन बैठते हैं, जबकि आम व्यक्ति एक लाख रुपये नहीं चुका पाता तो बैंक उसका मालिक बन जाता है।