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महानंदा एक्सप्रेस से लापता कैप्टन शिखरदीप फैजाबाद में मिले

महानंदा एक्सप्रेस से बिहार के कटिहार से दिल्ली जा रहे सेना के कैप्टन शिखर दीप आज फैजाबाद में मिल गये हैं। उनकी इस रहस्यमय गुमशुदगी के मामले में बहुत चौकाने वाला खुलासा हुआ।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Sat, 13 Feb 2016 01:04 PM (IST)Updated: Sat, 13 Feb 2016 09:59 PM (IST)
महानंदा एक्सप्रेस से लापता कैप्टन शिखरदीप फैजाबाद में मिले

लखनऊ। महानंदा एक्सप्रेस से छह फरवरी को लापता हुए सेना के कैप्टन शिखरदीप मिल गए हैं। शनिवार तड़के फैजाबाद कोतवाली नगर पहुंचे कैप्टन ने पुलिस को बताया कि उन्हें अगवा करने के बाद बंधक बनाकर रखा गया था, पर यह नहीं बता सके कि बंधक बनाकर कहां रखा गया था और वारदात को अंजाम देने वालों का मकसद क्या था। स्थानीय सैन्य अधिकारी कैप्टन को अपनी सुपुर्दगी में लेकर मिलिट्री अस्पताल चले गए, जहां उनका चिकित्सकीय परीक्षण किया गया। शिखरदीप के साथ हुई वारदात को लेकर सेना के अधिकारी भी जानकारी जुटाने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन मानसिक हालत ठीक न होने की वजह से उन्हें किसी से मिलने नहीं दिया जा रहा है। कैप्टन ने पुलिस को जो बताया, वह चौंकाने वाला है। जम्मू में तैनात बिहार के कटिहार जिला निवासी कैप्टन शिखरदीप के अनुसार, वह एक माह की छुट्टी पर अपने घर आए थे। अवकाश समाप्त होने के बाद छह फरवरी को वह सिलिगुड़ी से दिल्ली जाने वाली महानंदा एक्सप्रेस से दिल्ली के लिए रवाना हुए थे। पटना जंक्शन पर पानी पीने के लिए उतरे थे। इसी बीच उनको लगा कि मुंह पर कोई तरल पदार्थ लगा है। वह जैसे ही ट्रेन में आकर बैठे अचानक चक्कर आया और बेहोश हो गए। जब आंख खुली तो वह एक कमरे में बंद थे और उनके हाथ-पैर भी बंधे थे। कुछ लोग उन्हें खाना देने आते थे।

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खिड़की तोड़कर भागने में सफल

कैप्टन ने बताया कि दो दिन पूर्व मौका पाकर वह कमरे की खिड़की को तोड़ कर भाग निकले। उन्हें एक निर्जन स्थान पर कैद किया गया था। घना जंगल और फिर खेत पार करने के बाद रेलवे ट्रैक दिखाई पड़ा। कुछ दूरी पर एक ट्रेन खड़ी थी, जिस पर वह सवार होकर फैजाबाद पहुंच गए। जिस ट्रेन से कैप्टन फैजाबाद पहुंचे उसका नाम उन्होंने कामाख्या-गांधीधाम एक्सप्रेस बताया है।

बंधक स्थान की जानकारी नहीं

कैप्टन के कुछ रिश्तेदार व बरौनी जीआरपी में दर्ज कराए गए मुकदमे के विवेचक आलोक प्रताप फैजाबाद पहुंच चुके हैं। पुलिस ने बताया कि कैप्टन यह नहीं बता सके कि उन्हें बंधक बनाकर कहां रखा गया था। सेना के अधिकारी उन्हें अपने साथ ले गए हैं। कैप्टन के पिता अनंत कुमार लेफ्टिनेंट कर्नल पद पर झारखंड में तैनात हैं।

शिखर दीप नौसेरा जम्मू में पोस्टेड

कैप्टन शिखर दीप नौसेरा जम्मू में पोस्टेड है। उनके पिता भी लेफ्टिनेंट कर्नल है जो रांची में पोस्टेड है। फिलहाल फैजाबाद में पुलिस उनसे पूछ्ताछ कर रही है। आर्मी के अधिकारी भी वहां पहुंच गये हैं। कैप्टन के परिवार के लोग किसी अनहोनी की आशंका जता रहे हैं। जम्मू में तैनात कैप्टन शिखरदीप (25 वर्ष) एक महीने की छुट्टी पर घर गये थे। छुट्टी खत्म होने के बाद छह फरवरी को वह महानंदा एक्सप्रेस से दिल्ली रवाना हुए थे। यात्रा के दौरान शिखरदीप लापता हो गये। परिवार के लोगों का कहना है कि छह फरवरी की रात तक कैप्टन से मोबाइल पर बात हुई थी। कैप्टन के बहनोई और कटिहार निवासी जिम्मी प्रकाश के बयान के आधार पर बरौनी रेल थाने में शिखरदीप के लापता होने तथा अपहरण की आशंका की एक प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।

पुलिस ने पूछताछ की

कटिहार के पुलिस अधीक्षक (रेल) जितेन्द्र मिश्रा ने कल बताया कि कैप्टन के लिए आरक्षित बर्थ (एसी टू 14) के आसपास के यात्रियों से भी रेल पुलिस ने पूछताछ की गई। अब तो कैप्टन शिखरदीप के मोबाइल फोन के काल डिटेल्स खंगाले जा रहे हैं। उनका उन्होंने दावा किया कि कैप्टन के साथ रेलगाड़ी में किसी तरह की घटना नहीं घटी है।सात फरवरी को जब ट्रेन दिल्ली पहुंची थी, तब कैप्टन शिखरदीप का सारा सामान वहां पर थïा, परंतु कैप्टन अपनी सीट पर नहीं थे। शिखरदीप के पिता अनंत कुमार लेफ्टिनेंट कर्नल के पद पर झारखंड के रांची में तैनात हैं।


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