प्रधानी चुनाव की जहरीली शराब पीने से चार मरे, 12 बीमार
पंचायत चुनाव के दौर में इन दिनों शराब की तस्करी के साथ ही कच्ची शराब बनाने का काम चरम पर है। गोरखपुर में कल रात कच्ची शराब के शिकार तीन लोगों ने आज दम तोड़ दिया, जबकि पांच की हालत गंभीर बनी है।
लखनऊ। गोरखपुर पिपराइच क्षेत्र के जंगल छत्रधारी गांव के टोला बिचऊपुर में जहरीली शराब पीने से गुरुवार को चार लोगों की मौत हो गई, जबकि बारह लोग बीमार हैं। दो की हालत नाजुक बनी है। प्रधान पद के प्रत्याशी ने गांव में शराब बंटवाई थी। इसके लिए पिपराइच थानेदार, दारोगा और दो सिपाहियों को जिम्मेदार मानते हुए एसएसपी ने निलंबित कर दिया है। जिला आबकारी अधिकारी के विरुद्ध कार्रवाई के लिए जिलाधिकारी ने शासन को रिपोर्ट भेजी है। जिलाधिकारी रंजन कुमार ने मरने वालों के परिजनों को मुख्यमंत्री राहत कोष से दो-दो लाख रुपये की सहायता देने की घोषणा की है।
जहरीली शराब पीने से सोलह लोगों की बुधवार रात में ही हालत बिगडऩे लगी थी। इसमें से रामललित (50) और मन्नू (25) की गुरुवार सुबह गांव में ही मौत हो गई, जबकि हरेंद्र (42) और विरेंद्र (30) ने मेडिकल कालेज में दम तोड़ दिया। इनके अलावा बारह लोग बीमार हैं। ग्रामीणों और पुलिस के अनुसार बुधवार सुबह सभी लोग ग्राम प्रधान पद के प्रत्याशी धनंजय साहनी के चुनाव प्रचार में निकले थे। इस दौरान उन्होंने प्रत्याशी के घर दिन में कई बार शराब पी थी। देर रात घर लौटने से पहले भी उन्होंने प्रत्याशी के घर छककर शराब का सेवन किया। आधी रात के आसपास उन्हें तेज पेट व सिरदर्द शुरू हो गया और धीरे-धीरे हालत बिगड़ती ही चली गई। सुबह दो की मौत के बाद प्रत्याशी ने ही अपनी गाड़ी से बीमार लोगों को मेडिकल कालेज पहुंचाया और फरार हो गया।
मुख्यमंत्री ने पांच को किया निलंबित, आश्रितों को दो-दो लाख
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गोरखपुर के बिचऊ टोला में जहरीली शराब से चार लोगों की मौत पर सख्त रुख अख्तियार किया है, उन्होंने जिला आबकारी अधिकारी सदानन्द चौरसिया, निरीक्षक मनोज यादव समेत आबकारी विभाग के पांच अधिकारियों को निलंबित कर दिया। पुलिस के थानाध्यक्ष को भी निलंबित करने का निर्देश दिया गया है। मुख्यमंत्री ने मृतकों के आश्रितों को दो-दो लाख की आर्थिक मदद देने का एलान किया है।
मुख्यमंत्री ने गोरखपुर के डीएम को शराब के चलते बीमार लोगों को नि:शुल्क व बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। अवैध मदिरा व इससे संबंधित अपराधों के विरुद्ध सघन अभियान चलाने का निर्देश दिया गया है। अवैध शराब के धंधेबाजों पर गैंगस्टर व दूसरे सख्त कानूनों के तहत कार्रवाई करने क निर्देश दिया गया है। प्रमुख सचिव आबकारी आराधना शुक्ला ने बताया कि जिला आबकारी अधिकारी, आबकारी निरीक्षक के अलावा प्रधान आबकारी सिपाही हरिप्रकाश सिंह, आबकारी के बीट सिपाही राजेन्द्र प्रताप सिंह व रेखा यादव को भी निलंबित कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि आबकारी अधिकारियों को अवैध मदिरा के निर्माण व बिक्री के खिलाफ विशेष सतर्कता अभियान चलाने के निर्देश दिये गये हैं।