सिस्टम में पारदर्शिता की बेहद जरूरत : वरुण गांधी
बरेली में भाजपा सांसद वरुण गांधी बुधवार को मिजाज व अंदाज से जुदा नजर आए। न विवादित बोल न ही किसी पर सीधा हमला। उन्होंंने कहा कि दलालों के जरिए कमीशन पर रक्षा सामान की खरीद होती है। यदि यही खरीद यूरोप की तर्ज पर लीगल टेंडर के जरिए हो
लखनऊ। बरेली में भाजपा सांसद वरुण गांधी बुधवार को मिजाज व अंदाज से जुदा नजर आए। न विवादित बोल न ही किसी पर सीधा हमला। उन्होंंने कहा कि दलालों के जरिए कमीशन पर रक्षा सामान की खरीद होती है। यदि यही खरीद यूरोप की तर्ज पर लीगल टेंडर के जरिए हो तो पारदर्शिता बनी रहेगी और घोटाले भी नहीं होंगे।
रोटरी भवन के कार्यक्रम में शिरकत करने आए सांसद ने कहा कि देश चलाने के लिए नौकरशाही जरूरी है। मध्य प्रदेश में 300 करोड़ से अधिक आय मिलने पर ब्यूरोक्रेट दंपति पर कार्रवाई हो गई, लेकिन नेताओं पर नहीं होती। बिना नाम लिए उप्र के क्षेत्रीय दल सपा व बसपा पर भी भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। कहा कि करुणानिधि, शिबू सोरेन, जयललिता आदि पर भी आय से अधिक संपत्ति के केस दायर हुए, लेकिन ये कभी सीबीआइ दफ्तर में नहीं पहुंचे। उन्होंने कहा कि सूचना का अधिकार बड़ी पहल है। मैंने चार सूचनाएं मांगी। तीन का जवाब आया। चौथी का जवाब आया कि यह सूचना नहीं दे सकते। बताया कि यह सुरक्षा नीति का सवाल है। अर्थव्यवस्था से जुड़ा है। जब सब सूचनाएं नहीं दी जा सकती तो फिर आरटीआइ का मतलब क्या रह जाता है। उन्होंने कहा कि देश पर विदेशी बैंकों का साढ़े 11 लाख करोड़ रुपये कर्ज है। हम ग्रीस के दिवालिया होने की बात करते हैं। वहां 54 फीसद कर्ज था और भारत पर 36 पहुंच गया है। वह दिन अब दूर नहीं है। इसलिए गरीबी व अमीरी के बीच की खाई को पाटना होगा। यही खाई राक्षस बनाती है। इसी मजबूरी में बस्तर के नक्सल में एके 47 उठाने पर मजबूर करती है। भ्रष्टाचार दूर करने के लिए आम आदमी का हिस्सा बढ़ाना होगा। उन्होंने सोना, रियल स्टेट व कृषि उत्पादन को लेकर चिंता जताई।