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दीनदयाल धाम में मोदी ने गिनाया बुरे दिन जाने का हिसाब

भारत माता की जयकार, भगवान कृष्ण की उपस्थित का अहसास और पं. दीन दयाल उपाध्याय के विचारों के प्रभाव से ओतप्रोत होकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मथुरा के दीनदयालधाम में सरकार की पहली सालगिरह पर अपनी सरकार उपलब्धियां अच्छे दिन आने और बुरे दिन जाने के रूप में गिनाईं।

By Nawal MishraEdited By: Published: Mon, 25 May 2015 05:23 PM (IST)Updated: Mon, 25 May 2015 09:06 PM (IST)
दीनदयाल धाम में मोदी ने गिनाया बुरे दिन जाने का हिसाब

लखनऊ। अच्छे दिनों के आने का सपना दिखाकर केंद्र में सरकार बनाने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज बुरे दिन जाने का हिसाब गिनाया। पंडित दीनदयाल उपाध्याय के पैतृक गांव में आयोजित रैली में प्रधानमंत्री ने एक साल की भ्रष्टाचार मुक्त कार्यकाल को उपलब्धि के तौर पर गिनाया। जनता से सीधे संवाद में बुरे दिनों के जाने की हामी भरवाई। विरोधियों पर निशाना साधते हुए साफ संकेत दे दिए कि उनकी आलोचनाओं से सरकार बेफिक्र है और कह दिया कि कुछ लोगों के और बुरे दिन आने वाले हैं। उद्योगपतियों की सरकार का जुमला झेल रहे प्रधानमंत्री पूरे भाषण में आम जनता, गरीब और किसानों का जिक्र ही करते रहे। उन्होंने सरकार की हर योजना की विस्तार से जानकारी दी और आखिर में सबको गरीब और किसान के हित से जोड़कर तालियां बटौरीं।

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एक साल में कोई घोटाला नहीं

केंद्र सरकार का एक साल पूरा होने पर फरह स्थित दीनदयाल धाम पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पं. दीनदयाल के स्मारक पर पहुंचे। यहां से सीधे भीड़ से भरे सभा स्थल कर रुख किया। मंच संभालते ही मोदी ने अच्छे दिनों की सफाई के बजाय बुरे दिनों के जाने की दुहाई दी। बोले यदि लोकसभा चुनाव एक पहले के बजाय आज होते और पिछली सरकार को एक साल और मिल गया होता तो देश बहुत डूब गया होता। एक साल पहले देश के बुरे दिन थे, आए दिन नया घोटाला सामने आता था, आए दिन अफसरों-नेताओं के जेल जाने की नौबत आती थी, रिमोट कंट्रोल से सरकार चलती थी। हर काम में चोरी होती थी। फिर जनता से पूछा कि बीते एक साल में कोई घोटाला हुआ क्या, बुरे काम बंद हुए कि नहीं, बुरी सोच खत्म हुई कि नहीं, बुरे हालात बदले कि नहीं और अंत में पूछा बुरे दिन गए कि नहीं। सभा स्थल पर जुटी भीड़ भी एक साथ बोली, गए। जनता से शोर से नरेंद्र मोदी भी उत्साह में डूबे नजर आए।

दलालों का राज खत्म

भाषण आगे बढ़ाते हुए मोदी ने विरोधियों पर तंज कसे। बोले, कुछ लोगों के बुरे दिन आएं हैं, दिल्ली में लोग पहले पावर सेंटर चलाते थे, दलालों का बोलबाला था, मैंने दलालों का राज खत्म कर दिया। अब उनके बुरे दिन आ गए हैं, इसलिए चींख-चिल्ला रहे हैं। उनके अभी और बुरे दिन आएंगे। मैं प्रधानमंत्री नहीं, प्रधानसंतरी हूं। देश का खजाना लुटने नहीं दूंगा। पहले लूट मची थी, कोयला ब्लॉक आवंटन का उदाहरण देते हुए कहा कि नई सरकार ने अभी 200 में से 29 ब्लॉक की नीलामी की है और इससे तीन लाख करोड़ रुपये मिल गए हैं। इस राशि का कुछ हिस्सा संबंधित आदिवासी क्षेत्रों में फाउंडेशन बनाकर खर्च किया जाएगा। यह निर्णय हमारी सरकार ने लिया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि एक साल में विदेशों में भारत पर भरोसा बढ़ा है। पिछली सरकार के मुकाबले बीते एक साल में आठ गुना ज्यादा विदेशी मुद्रा आई है।

गरीब को पूरे 100 पैसे

पिछले काफी समय से उद्योगपतियों की सरकार होने का विपक्ष का ताना झेल रहे नरेंद्र मोदी ने सीधे आम जनता की बात की। बोले, पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी कहते थे कि दिल्ली से एक रुपया गरीब की मदद को जाता है तो उस तक 15 पैसा ही पहुंचता है। हमने ऐसा इंतजाम किया है कि पूरे 100 पैसे गरीब तक पहुंचे। प्रधानमंत्री जनधन योजना में 15 करोड़ से ज्यादा खाते खुले हैं। अब गरीब मनरेगा में काम करेगा तो उसका पैसा सीधे खाते में जाएगा, कोई दलाल उसमें हिस्सेदारी नहीं कर पाएगा। बोले, 12 करोड से ज्यादा लोगों को सीधे खाते में सब्सिडी दी जा रही है, यह काम सरकार ने करके दिखाया है।

खाद का उत्पादन बढ़ेगा

किसानों की नब्ज थामने की कोशिश करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि तीन लाख किसानों ने आत्महत्या की है। मैं इस पर राजनीति नहीं करूंगा, लेकिन हमे रास्ते खोजने हैं, जिनसे किसान खुशहाल हो। इसके लिए स्वाइल कार्ड योजना शुरू की है। अगले पांच साल में हर किसान को कार्ड उपलब्ध कराने का बीड़ा उठाया है। जिससे किसान को अपनी जमीन की पूरी जानकारी हो। खाद का उत्पादन बढ़ाने के लिए सरकार काम कर रही है। खाद-यूरिया पर नीम की कोटिंग की जा रही है, जिससे उसकी चोरी भी रुकी है। अब तक धन्ना सेठ चोरी कर अपनी कैमिकल फैक्ट्रियों में इसका इस्तेमाल करते थे। सरकार खाद कारखानों की क्षमता बढ़ा रही है, इससे 20 हजार टन खाद का उत्पादन बढ़ेगा। साथ ही हर कारखाने को एक ही दर गैस उपलब्ध कराने का फैसला लिया गया है।

बीमा योजना का विस्तार

मजदूरों की बात करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं जब सरकार में आया तो पता चला कि खजाने में मजदूरों का 27 हजार करोड़ रुपया जमा है। ये उनका था जो काम करते थे और उनका पैसा कटता था फिर नौकरी छोडऩे पर नहीं मिलता था। हमने इसका रास्ता खोजा और सबको यूनीक आइडी नंबर दिया है, अब चाहे जितनी नौकरी मजदूर बदल दे, उसका पैसा नंबर के साथ ही चलेगा। प्रधानमंत्री ने 1000 रुपये की पेंशन और गरीबों के लिए बीमा योजना की भी विस्तार से जानकारी दी। इसके बाद युवाओं के लिए स्किल डवलपमेंट प्रोग्राम शुरू करने और मुद्रा बैंक की उपलब्धि गिनाईं। पीएम बोले कि देश में छह करोड़ छोटे व्यापारी, कामगार ऐसे हैं जो 12 करोड़ को रोजगार देते हैं। लेकिन उन्हें जरूरत पर पैसा नहीं मिलता। अब मुद्रा बैंक उन्हें 10 हजार से 10 लाख रुपये का कर्ज उपलब्ध कराएगी। मोदी ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कार्य करने की बात कही। अंत में प्रधानमंत्री बोले मैं आज फिर देश के लिए अपना पूरा समय देने का संकल्प लेता हूं।

प्रधानमंत्री के भाषण के10 महत्वपूर्ण बिंदु

1 -गंगा और यमुना

गंगा-यमुना हमारी मां हैं। हमने वादा किया है, तो स्वच्छ करके रहेंगे।

2 - महंगाई

यदि यूपीए सरकार एक साल और रही होती तो महंगाई का बुरा हाल होता।

3 - स्किल डेवलपमेंट

बड़े उद्योगों में ज्यादा रोजगार नहीं। इसलिए युवा कामकाज के लिए स्किल डेवलप करें।

4 - सबको घर

भारत की आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर सबको छत मिलेगी।

5- पर्यटन और रोजगार

पर्यटन का रोजगार से सीधा नाता है। ऐसे में हम पर्यटन बढ़ा रहे हैं।

6- सफेद धन (टैक्स पेड)

उद्योगपतियों का सफेद धन भी विदेश जा रहा था लेकिन पिछले एक साल में इसमें 90 प्रतिशत कमी।

7 - बेमतलब कानून

सरकार बेमतलब के 1300 कानून खत्म कर रही है। कुछ खत्म हुए तो कुछ जल्द करेंगे।

8 - बीमा

अपने घर काम करने वालों और गरीबों का एक रुपये से बीमा करा दो, यह उनका बड़ा हित करेगा।

9 - पेंशन

पहले लोगों को पांच-सात रुपये महीने भी पेंशन मिलती थी लेकिन अब सरकार न्यूनतम एक हजार रुपये दे रही।

10 - किसान

खेतों को पानी, खाद, बीज और मिïट्टी परीक्षण की व्यवस्था। सिंचाई को बिजली।

मोदी का नया नारा

न गंदगी करेंगे, न गंदगी करने देंगे


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