आधा दर्जन को घायल करने वाले तेंदुए की मौत
गोरखपुर । बांसगांव के रघुआडीह बुजुर्ग गांव में शनिवार को तेंदुए ने पांच लोगों को घायल कर दिया जिसमें
गोरखपुर । बांसगांव के रघुआडीह बुजुर्ग गांव में शनिवार को तेंदुए ने पांच लोगों को घायल कर दिया जिसमें चार को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ग्रामीणों के सहयोग से वनकर्मियों ने उसे जाल में पकड़ने की कोशिश की। इस दौरान उसकी मौत हो गई। वन विभाग इस बारे में बिना चिकित्सकीय परीक्षण के कुछ कहने से इन्कार कर रहा है।
रघुआडीह बुजुर्ग के पश्चिम तरफ झाड़ी है। वहां तीन महिलाएं केशमती, मुन्नी देवी व बदामी सुबह लगभग 11 बजे झाड़ू बनाने के लिए खजूर की डाल काटने गई थीं। केशमती व मुन्नी झाड़ी में गई और बदामी बाहर रही। वहीं झाड़ी में छिपे तेंदुए ने उनपर हमला कर दिया, केशमती के कंधे व पीठ, मुन्नी के बाएं गले व बदामी के पैर पर गंभीर चोटें आई हैं। वहां से वह भागा और गांव में संतोष शर्मा के मकान के बगल में गिरे हुए खपरैल के खंडहर में रखे हुए पुआल और लकड़ी के बीच छिप गया। सूचना पर डीएफओ पूरी टीम के साथ पहुंचे लेकिन खाली हाथ। गोरखपुर से जाल पहुंचने में साढ़े छह घंटे लग गए। शाम लगभग साढ़े पांच बजे जाल पहुंची। वनकर्मी अभी जाल लेकर तेंदुए की तरफ बढ़ ही रहे थे कि किसी ने पत्थर फेंक दिया। तेंदुआ वहां से कूदा और इसी बीच एक लड़का बबलू छत से गिर गया, उस पर तेंदुआ ने झपट्टा मारा और पकड़ लिया। सभी लोग भाग गए लेकिन छत पर भाला लिए खड़े दो लड़कों ¨रकू पाठक व टिंकू मिश्रा ने भाला से उसके मुंह पर वार किया, जिससे वह वह बबलू को छोड़कर थोड़ी दूर पर एक झाड़ी में छिप गया। वनकर्मियों ने जाल लेकर पुन: उसे पकड़ने की हिम्मत की, इस दौरान एक वनकर्मी सत्यव्रत राय पर उसने पंजा मार दिया, लेकिन दो वनकर्मियों ने उसे जाल में फंसा लिया और घसीटते हुए सड़क तक ले आए। फिर पिकअप से गोरखपुर ले आए। आशंका व्यक्त की जा रही है कि घसीटने में ही उसकी मौत हो गई। केशमती, मुन्नी, बदामी व सत्यव्रत राय को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बबलू को स्थानीय अस्पताल से प्राथमिक इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई।