नूतन ठाकुर को आसाराम समर्थकों से जान का खतरा
आइजी नागरिक सुरक्षा अमिताभ ठाकुर और उनकी अधिवक्ता पत्नी नूतन ठाकुर को आसाराम बापू के समर्थकों से जान का खतरा है। उन्होंने डीजीपी से आवश्यक कदम उठाने का अनुरोध किया है। आज डीजीपी को भेजे पत्र में आइजी ने कहा है कि आसाराम बापू मामले के गवाह अखिल कुमार गुप्ता
लखनऊ। आइजी नागरिक सुरक्षा अमिताभ ठाकुर और उनकी अधिवक्ता पत्नी नूतन ठाकुर को आसाराम बापू के समर्थकों से जान का खतरा है। उन्होंने डीजीपी से आवश्यक कदम उठाने का अनुरोध किया है।
आज डीजीपी को भेजे पत्र में आइजी ने कहा है कि आसाराम बापू मामले के गवाह अखिल कुमार गुप्ता की हत्या के मामले में वह पैरवी कर रहे हैं। गुजरात में दुराचार के एक मामले में मुजफ्फरनगर निवासी अखिल ने आसाराम के खिलाफ गवाही दी थी। अखिल उनके आश्रम में कार्यरत थे। इसके बाद अखिल कुमार गुप्ता की हत्या कर दी गयी। इसमें यथोचित कार्रवाई न होने पर अमिताभ और उनकी पत्नी ने मेरठ जोन के आइजी से मिलकर कार्रवाई का अनुरोध किया था। अमिताभ ने इस हत्या को लूट और स्थानीय मसले से अलग देखते हुए इसकी कड़ी आसाराम गवाही प्रकरण से जुडऩे की बात कही थी। ठाकुर का कहना है कि फेसबुक पर नई दिल्ली निवासी एक स्वामी ने संदेश भेजकर कर बताया कि आसाराम के समर्थक मेरठ में तैनात उनकी एक पुलिस उपाधीक्षक शिष्या के माध्यम से उनके बारे में सूचना एकत्र कर रहे हैं। संदेश में बताया गया कि उनके आश्रम में कई संचालक आपराधिक किस्म के हैं। इस संदेश में मेरठ आश्रम के एक संचालक से पूछताछ करने पर अखिल हत्याकांड का राजफाश होने की पूरी संभावना व्यक्त की गयी है। ठाकुर ने उक्त महिला सीओ से बात की तो उनके परिवार वालों के आसाराम के भक्त होने और एक भक्त द्वारा इस हत्याकांड के संदर्भ में उनके विषय में पूछताछ करने की बात सही साबित हुई। इस आधार पर ठाकुर ने डीजीपी एके जैन को फेसबुक पर भेजे गए संदेश के तथ्यों की गहराई से छानबीन कराते हुए अपनी और अपनी पत्नी की सुरक्षा सुनिश्चित कराने और मेरठ संचालक से पूछताछ कराने का अनुरोध किया है।