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मौसम की तबाही पर उत्तर प्रदेश विधानसभा में बिफरा विपक्ष

उत्तर प्रदेश विधानसभा के प्रश्न काल में आज बिगड़े मौसम से किसानों की फसलों की तबाही का मुद्दा गूंजा। किसानों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए उचित मुआवजा तत्काल देने की मांग की गई। सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए बसपा और कांग्रेस ने बहिर्गमन किया वहीं रालोद के सदस्यों ने

By Nawal MishraEdited By: Published: Tue, 03 Mar 2015 07:31 PM (IST)Updated: Tue, 03 Mar 2015 07:35 PM (IST)

उत्तर प्रदेश विधानसभा के प्रश्न काल में आज बिगड़े मौसम से किसानों की फसलों की तबाही का मुद्दा गूंजा। किसानों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए उचित मुआवजा तत्काल देने की मांग की गई। सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए बसपा और कांग्रेस ने बहिर्गमन किया वहीं रालोद के सदस्यों ने वेल में पहुंचकर हंगामा किया। भाजपा एवं अपना दल सदस्य सीटों से ही पीडि़त किसानों को तत्काल मुआवजा देने की मांग करते रहे।

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जैसे ही विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय ने सभागार में प्रवेश किया। विपक्षी सदस्य खड़े होकर प्रश्नकाल के बदले मौसम के कहर से किसानों को हुए नुकसान पर चर्चा की मांग करने लगे। नेता विरोधी दल स्वामी प्रसाद मौर्य, इंद्रजीत सिंह सरोज, धर्मपाल सिंह का कहना था कि नियम- 311 के तहत इस गंभीर मुद्दे पर चर्चा हो। भाजपा के सुरेश खन्ना, राधामोहन दास अग्रवाल, लक्ष्मीकांत वाजपेयी, लोकेंद्र सिंह, सुरेश राणा, रामचन्द्र यादव व विमला सोलंकी आदि भी सरकार विरोधी नारेबाजी करने लगे। उनका कहना था कि अतिवृष्टि और ओलावृष्टि ने किसानों की कमर तोड़ दी है लेकिन सरकार की ओर से कोई कारगर पहल नहीं की जा रही।

उधर कांग्रेस विधानमंडल दल नेता प्रदीप माथुर, अनुग्रह नारायण सिंह, अखिलेश प्रताप सिंह, बंशी पहाडिया और प्रदीप चौधरी समेत अन्य सदस्य नारेबाजी करते हुए वेल में पहुंच गए और किसानों के नुकसान की भरपाई करने की मांग करने लगे। रालोद के दलवीर सिंह, वीरपाल राठी, सुदेश शर्मा भी वेल में जा पहुंचे, लगभग दस मिनट तक सदन में हंगामा रहा। अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय ने विपक्ष को समझाने की कोशिश की परन्तु नाकाम रहे। संसदीय कार्य मंत्री आजम खां ने मोर्चा संभालते हुए सरकार द्वारा लिए फैसलों की जानकारी दी। उनका कहना था कि किसानों को किसी प्रकार की किल्लत नहीं रहने दी जाएगी। नुकसान का आकलन कराकर मुआवजा देने के आदेश जारी हो चुके है और जल्द की किसानों को धनराशि भी फौरी तौर पर प्रदान कर दी जाएगी। विपक्ष उस समय बिफर गया जब मंत्री आजम खां ने उनके हंगामे को मीडिया में सुर्खियां बटोरने की होड़ कहते हुए तंज कसने शुरू किए। नाराज बसपा व कांग्रेस सदस्यों ने बहिर्गमन करके रोष जताया। माहौल उस समय शांत हुआ जब अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय ने इस मुद्दे पर अलग से चर्चा की हामी भरी।

जैसा राजा वैसी प्रजा

विपक्ष का हंगामा बढ़ता देख संसदीय कार्य मंत्री आजम खां ने माहौल को दूसरी ओर मोडऩे की कोशिश की। जैसा राजा वैसी प्रजा, उक्ति सुना कर केंद्र सरकार की ओर इशारा करने का प्रयास किया परन्तु भाजपाइयों ने इसका रुख उप्र की ओर करते हुए चुटकी ली।


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