उत्तर प्रदेश में स्वाइन फ्लू के 31 और मरीज मिले, दो की मौत
स्वाइन फ्लू का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। वहीं बारिश एच1एन1 वायरस के लिए और मददगार बन गई है। एसजीपीजीआइ व केजीएमयू को कल भेजे गए सैंपल की आज जांच की गई। इस दौरान 11 और मरीजों में एच1एन1 वायरस की पुष्टि हुई है।
लखनऊ। अचानक हुई बारिश के कारण बदला मौसम का मिजाज स्वाइन फ्लू के वायरस एच1एन1 के लिए मददगार बन गया है। स्वास्थ्य विभाग तैयारियों का दावा तो कर रहा, लेकिन मरीजों की संख्या थम नहीं रही है। सोमवार को प्रदेश के विभिन्न जिलों में 31 और मरीजों में वायरस की पुष्टि हुई है जबकि दो लोगों ने दम तोड़ दिया।
राजधानी लखनऊ के पीजीआइ व केजीएमयू में भेजे गए सैंपलों की जांच में 11 और मरीजों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है। लखनऊ के सीएमओ डॉ. एसएनएस यादव ने बताया कि शहर में अब कुल मरीजों की संख्या बढ़कर 516 हो गई है। बीमारी के प्रति जागरूकता के लिए होर्डिंग लगवाई गई हैं। स्कूलों में भी बच्चों को बचाव के बारे में जानकारी दी जा रही है। मरीजों के घर पर दवा मुहैया कराने के लिए टीमें लगाई गई हैं। बाराबंकी में भी स्वाइन फ्लू ने दस्तक दे दी है। यहां दो रोगियों की पहचान हुई है, जिसमें पुलिस अधीक्षक की फालोवर भी शामिल है। बदले मौसम के कारण वाराणसी के अस्पतालों में सर्दी-जुकाम और बुखार पीडि़तों की संख्या बढ़ गई है। स्वाइन फ्लू के लक्षणों से पीडि़त एक महिला को भर्ती किया गया है। जांच के लिए नमूना पीजीआइ लखनऊ भेजा गया है।
स्वाइन फ्लू की चपेट में आकर मेरठ निवासी सुनील जैन की दिल्ली के राममनोहर लोहिया अस्पताल में मौत हो गई। बरेली में बंदीरक्षक रामेश्वरी प्रसाद ने भी दम तोड़ दिया। वह बरेली के जिला कारागार में तैनात थे। स्वास्थ्य विभाग ने नौ अन्य संदिग्धों के नमूने जांच के लिए लखनऊ भेजे हैं। आगरा से भी नौ सैंपल नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल भेजे गए हैं। अलीगढ़ में दो वर्षीय बच्चे में स्वाइन फ्लू के लक्षण मिले हैं। दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती परिवहन मंत्री की बहन निर्मला देवी की हालत अब स्थिर है।