मुलायम-मंदिर मामले पर उलमा ने की आजम की निंदा
आजम खां द्वारा मुलायम सिंह का मंदिर बनाने के बयान को देवबंदी उलेमा ने सियासी बयान बताया और कहा कि आजम को मुसलमान होने के नाते ऐसा बयान नहीं देना चाहिए। सहारनपुर के देवबंद स्थित दारुल उलूम वक्फ के वरिष्ठ उस्ताद मुफ्ती मोहम्मद आरिफ कासमी का कहना है कि मंदिर
लखनऊ। आजम खां द्वारा मुलायम सिंह का मंदिर बनाने के बयान को देवबंदी उलेमा ने सियासी बयान बताया और कहा कि आजम को मुसलमान होने के नाते ऐसा बयान नहीं देना चाहिए।
सहारनपुर के देवबंद स्थित दारुल उलूम वक्फ के वरिष्ठ उस्ताद मुफ्ती मोहम्मद आरिफ कासमी का कहना है कि मंदिर हिंदू धर्म का पूजा स्थल है। इसलिए किसी सियासी आदमी का मंदिर बनाना हिंदू धर्म के भी खिलाफ है। उन्होंने आजम खां के बयान को सियासी बताते हुए कहा कि वे विवादास्पद बयान देने के बजाय जनता द्वारा दी जिम्मेदारियों को पूरा करने की कोशिश करे। ऐसे बयानों से परहेज करे। तंजीम अब्ना-ए-दारुल उलूम के अध्यक्ष मुफ्ती यादे इलाही कासमी ने कहा कि आजम खां अपने सियासी फायदे के चलते सबकुछ भूल गए हैं। मुसलमान किसी का भी मंदिर या पूजा स्थल बनाने में यकीन नहीं रखता। अगर आजम खां स्वयं किसी का मंदिर बनाना चाहते है तो उन्हें दूसरों पर अपनी राय नहीं थोपनी चाहिए। उन्होंने आजम खां के बयान को पूरी तरह राजनीतिक, निंदनीय और विवाद फैलाने वाला बताया। मदरसा जामियातुल अनवरिया के मोहतमिम मौलाना नसीम अख्तर शाह कैसर ने कहा कि मुसलमान होने के नाते आजम खां के मुंह से ऐसा बयान शोभा नहीं देता। साथ ही विवादास्पद बयानों से बचने की सलाह भी दी।