Move to Jagran APP

मुलायम-मंदिर मामले पर उलमा ने की आजम की निंदा

आजम खां द्वारा मुलायम सिंह का मंदिर बनाने के बयान को देवबंदी उलेमा ने सियासी बयान बताया और कहा कि आजम को मुसलमान होने के नाते ऐसा बयान नहीं देना चाहिए। सहारनपुर के देवबंद स्थित दारुल उलूम वक्फ के वरिष्ठ उस्ताद मुफ्ती मोहम्मद आरिफ कासमी का कहना है कि मंदिर

By Nawal MishraEdited By: Published: Thu, 12 Feb 2015 08:52 PM (IST)Updated: Thu, 12 Feb 2015 08:56 PM (IST)
मुलायम-मंदिर मामले पर उलमा ने की आजम की निंदा

लखनऊ। आजम खां द्वारा मुलायम सिंह का मंदिर बनाने के बयान को देवबंदी उलेमा ने सियासी बयान बताया और कहा कि आजम को मुसलमान होने के नाते ऐसा बयान नहीं देना चाहिए।

loksabha election banner

सहारनपुर के देवबंद स्थित दारुल उलूम वक्फ के वरिष्ठ उस्ताद मुफ्ती मोहम्मद आरिफ कासमी का कहना है कि मंदिर हिंदू धर्म का पूजा स्थल है। इसलिए किसी सियासी आदमी का मंदिर बनाना हिंदू धर्म के भी खिलाफ है। उन्होंने आजम खां के बयान को सियासी बताते हुए कहा कि वे विवादास्पद बयान देने के बजाय जनता द्वारा दी जिम्मेदारियों को पूरा करने की कोशिश करे। ऐसे बयानों से परहेज करे। तंजीम अब्ना-ए-दारुल उलूम के अध्यक्ष मुफ्ती यादे इलाही कासमी ने कहा कि आजम खां अपने सियासी फायदे के चलते सबकुछ भूल गए हैं। मुसलमान किसी का भी मंदिर या पूजा स्थल बनाने में यकीन नहीं रखता। अगर आजम खां स्वयं किसी का मंदिर बनाना चाहते है तो उन्हें दूसरों पर अपनी राय नहीं थोपनी चाहिए। उन्होंने आजम खां के बयान को पूरी तरह राजनीतिक, निंदनीय और विवाद फैलाने वाला बताया। मदरसा जामियातुल अनवरिया के मोहतमिम मौलाना नसीम अख्तर शाह कैसर ने कहा कि मुसलमान होने के नाते आजम खां के मुंह से ऐसा बयान शोभा नहीं देता। साथ ही विवादास्पद बयानों से बचने की सलाह भी दी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.