जावेद उस्मानी के 22 लाख रुपये माफी का विरोध
सामाजिक कार्यकर्ता नूतन ठाकुर ने पूर्व मुख्य सचिव जावेद उस्मानी द्वारा स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति हेतु पूर्व में अध्ययन अवकाश के लिए भरे गए बांड के 22 लाख रुपए माफ कराने के प्रयासों का कड़ा विरोध किया है।
लखनऊ। सामाजिक कार्यकर्ता नूतन ठाकुर ने पूर्व मुख्य सचिव जावेद उस्मानी द्वारा स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति हेतु पूर्व में अध्ययन अवकाश के लिए भरे गए बांड के 22 लाख रुपए माफ कराने के प्रयासों का कड़ा विरोध किया है। सचिव, कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग, भारत सरकार को भेजे प्रत्यावेदन में उन्होंने कहा कि उस्मानी एक बहुत ही सफल आईएएस अफसर रहे जो लगातार अपने कैरियर को संवारने में लगे रहे और उनका अपने कैरियर के अलावा कोई भी विशिष्ट सामाजिक सारोकार नहीं रहा। उन्हें विदेश में विश्व बैंक सहित कई नियुक्तियां मिलीं जिसमे वेतन के अलावा बाहरी करेंसी में भारी भत्ते मिलते हैं। डॉ ठाकुर ने कहा कि कोयला घोटाले में उनकी भूमिका की जांच अभी ख़त्म नहीं हुई है। उनके मुख्य सूचना आयुक्त पद पर नियुक्ति कहीं से भी लोकहित से नहीं जुड़ा है बल्कि उन्होंने इसे अपने कैरियर के हिसाब से चुना है. ऐसे में एक सुदृढ़ ताकतवर आदमी के निजी हित के लिए सार्वजनिक कोष से 22 लाख रुपए माफ़ करना किसी भी प्रकार से उचित नहीं होगा।