कन्या भ्रूण हत्या रोकेगी 'प्यारी बेटी'
लखनऊ। कन्या भ्रूण हत्या रोकने के लिए सरकार एक अभिनव प्रयोग करने जा रही है। इसमें 'प्यारी बेट
लखनऊ। कन्या भ्रूण हत्या रोकने के लिए सरकार एक अभिनव प्रयोग करने जा रही है। इसमें 'प्यारी बेटी' नाम से वेबसाइट बन रही है, जिसमें रेडियोलाजिस्ट और अल्ट्रासाउंड केंद्रों का जिलेवार ब्यौरा होगा। शिकायत, कार्रवाई, फीडबैक के साथ नए केंद्रों के रजिस्ट्रेशन की सुविधा होगी। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव 27 नवम्बर को स्वास्थ्य विभाग की इस वेबसाइट की शुरुआत करेंगे। इसी दिन वह सौ अरबन हेल्थ पोस्ट का भी शुभारंभ करेंगे।
उप्र में लिंग अनुपात में तेजी से गिरावट आ रही है। श्रावस्ती में तो यह अनुपात एक हजार बेटे में 910 बेटियां तक गिर गया है। पूर्वाचल से लेकर पश्चिम तक लिंग अनुपात में गिरावट आ रही है। स्वास्थ्य महकमा और स्वयंसेवी संस्थाएं इसके लिए अल्ट्रा साउंड के जरिए लिंग की पहचान और कन्या भ्रूण हत्या को जिम्मेदार मानते हैं। इस पर अंकुश के लिए स्वास्थ्य विभाग ने 'प्यारी बेटी' नाम से वेबसाइट शुरू करने का फैसला किया है। प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अरविंद कुमार ने बताया कि अब अल्ट्रा साउंड केंद्रों के रजिस्ट्रेशन के लिए इसी साइट पर आनलाइन आवेदन करना होगा। बेवसाइट पर पंजीकृत अल्ट्रासाउंड केंद्र का पूरा ब्यौरा दर्ज होगा। मसलन, कौन डाक्टर वहां काम करता है। केंद्र और उसके मालिक का नाम भी दर्ज होगा।
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वेबसाइट की खासियत
-अल्ट्रा साउंड केंद्रों के डाक्टरों का ब्योरा डिग्री के साथ आनलाइन होगा
-पंजीकृत अल्ट्रासाउंड केंद्रों का नाम जिलेवार आनलाइन होगा
-गर्भ की जाच करने वाला डाक्टर का नाम और उसका रजिस्ट्रेशन नंबर आनलाइन किया जाएगा।
-एक डाक्टर के कई अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर पंजीकृत होने के गोरखधंधे पर रोक लगेगी।
-अल्ट्रासाउंड में गड़बड़ी से लेकर लिंग की पहचान करने वालों की शिकायत भी दर्ज की जा सकेगी।
-शिकायत पर कार्रवाई का ब्यौरा भी आनलाइन होगा।
-अल्ट्रासाउंड केंद्रों का पंजीयन भी वेबसाइट के जरिए किया जा सकेगा
-अल्ट्रासाउंड शुक्ल भी दर्ज होगा।
-पीएनडीटी कानून के तहत निगरानी बोर्ड की बैठकों का कार्यवृत्त भी इसी वेबसाइट पर दर्ज किया जाएगा