मुख्यमंत्री के आदेश पर जेल से छूटे बीएचयू छात्र
वाराणसी : मुख्यमंत्री का आदेश आते ही सोमवार को जेल में बंद 104 छात्रों की रिहाई हो गई। छ
लखनऊ। मुख्यमंत्री का आदेश आते ही जिला जेल में बंद बीएचयू के 101 छात्र व तीन कर्मचारियों को रिहा कर दिया गया। रिहाई के समय जेल गेट पर एहतियातन भारी फोर्स तैनात की गई थी। छात्रों को छोटे छोटे जत्थे में जेल से निकालकर वाहन द्वारा भेजा गया। तीन दिन बाद जेल से बाहर निकलते ही कुछ छात्र फफककर रो पड़े। कुछ छात्र अपनी किस्मत को कोसते दिखे। उनका कहना था कि किस्मत खराब थी जो बीएचयू में पढ़ने आए, इससे अच्छा तो गांव में ही रहते, कम से कम जेल तो नहीं जाना पड़ता। आपाधापी में जेल भेजे गए बिड़ला हास्टल व राजा राममोहन राय छात्रावास के तीनों कर्मचारी भी रो पड़े।
सीएम के दूत बनकर बीएचयू की घटना का आकलन करने समाजवादी छात्र सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील यादव व प्रदेश अध्यक्ष अतुल प्रधान, पर्यटन मंत्री ओमप्रकाश सिंह के साथ सुबह जिला जेल पहुंचे। छात्रों से पूरे घटनाक्रम और जेल में सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। गलत रवैये पर अधीक्षक को चेतावनी भी दी। पूरे प्रकरण के बारे में मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया। पुलिसिया बर्बरता के लिए छात्रों से माफी भी मांगी। कहा, छात्र उत्पीड़न के लिए जिम्मेदार दोषी कतई नहीं बख्शे जाएंगे। इन लोगों ने बीएचयू के सभी बंदियों को खाना भी खिलाया।
इससे पहले रविवार रात कैबिनेट मंत्री व पदाधिकारियों ने बीएचयू व अस्पताल में भर्ती छात्रों का हाल चाल लिया था। रिहा होने के बाद छात्रों का जेल के बाहर साथियों ने स्वागत किया। तीन दिन जेल में बंद रहे छात्रों ने मुख्यमंत्री और प्रदेश सरकार जिंदाबाद के नारे भी लगाए। छात्रों का दल जब बीएचयू गेट पहुंचा तो यहां भी उनका भव्य स्वागत किया गया। छात्रों ने छात्रावास के कमरों से सामान निकाला और अपने अपने घर चले गए।