वर्ल्ड मुस्लिमा सौंदर्य प्रतियोगिता इस्लामी उसूल के खिलाफ: उलमा
लखनऊ। इंडोनेशिया में हुई 'वर्ल्ड मुस्लिमा 2014' सौंदर्य प्रतियोगिता इस्लामिक जगत में विवादों मे
लखनऊ। इंडोनेशिया में हुई 'वर्ल्ड मुस्लिमा 2014' सौंदर्य प्रतियोगिता इस्लामिक जगत में विवादों में घिर गई है। सहारनपुर स्थित देवबंद के उलमा ने इसे इस्लाम के उसूल और शिक्षा के खिलाफ बताया और कहा कि इस तरह के आयोजन में शिरकत करना बिल्कुल गलत है।
हाल ही में इंडोनेशिया में 'वर्ल्ड मुस्लिमा 2014' सौंदर्य प्रतियोगिता में दुनिया भर की मुस्लिम महिलाओं ने शिरकत की थी। ट्यूनिशिया की युवती ने प्रथम स्थान प्राप्त किया था जबकि मेरठ की नाजरीन रनर अप रही थीं।
आज देवबंद स्थित दारुल उलूम वक्फ के वरिष्ठ उस्ताद मौलाना मुफ्ती आरिफ कासमी ने कहा कि खूबसूरती अल्लाह की नेमत है। इसकी नुमाइश करना बिल्कुल गलत है। इस्लाम में औरत की इज्जत की हिफाजत पर जोर दिया गया है और पर्दे को जरूरी बताया गया है। इस तरह के मुकाबले चाहे कितनी भी अच्छी नीयत से क्यों न किए जाएं लेकिन इस्लाम इसकी इजाजत नहीं देता। औरत का घर से बिना किसी अहम जरूरत के बाहर निकलना भी गलत है। उन्होंने इस तरह के आयोजनों को इस्लामी उसूल और शिक्षा के खिलाफ बताया।
आल इंडिया तंजीम मुफ्तियान के अध्यक्ष मुफ्ती अहसान कासमी का कहना है कि इस्लाम में हुस्न के मुकाबले की कतई इजाजत नहीं है। इस प्रतियोगिता के लिए क्या शर्ते रखी गई थी जब तक विस्तार से मालूम न हो जाए ज्यादा कुछ कहना सही नहीं होगा। जामियातुल अनवरिया के मोहतमिम मौलाना नसीम अख्तर शाह कैसर ने कहा कि इस तरह के आयोजन इस्लामी उसूल और तालीम के खिलाफ हैं।