कुख्यात सलीम पतला 22 वर्ष बाद गिरफ्तार
लखनऊ। देश को हिलाकर रख देने वाले मेरठ के हाशिमपुरा दंगे के बाद पीएसी के कैंप पर बम फें
लखनऊ। देश को हिलाकर रख देने वाले मेरठ के हाशिमपुरा दंगे के बाद पीएसी के कैंप पर बम फेंकने वाले मुख्य आरोपी सलीम पतला को 22 वर्ष बाद कल देर रात एटीएस ने मुजफ्फर नगर से गिरफ्तार किया। सलीम पतला का हाथ बिजनौर बम विस्फोट में भी होने की आशंका है। दो दशक से सलीम पतला के पीछे सिविल पुलिस के अलावा एसटीएफ और एटीएस की टीम लगी हुई थी।
हाशिमपुरा दंगे के बाद सुरक्षा की दृष्टि से हापुड़ अड्डे के पास इमलियान के सामने 41वीं वाहिनी पीएसी का कैंप लगा था। कैंप पर सलीम पतला ने साथियों के साथ 26 जनवरी 1993 को बम फेंक दिया था, जिसमें गाजियाबाद के हवलदार समेत दो जवान शहीद हो गए थे और दो जवान घायल हुए थे। वारदात को अंजाम देने के बाद सलीम पतला फरार हो गया था। उस पर शासन ने भारी इनाम राशि घोषित किया था। बाद में अदालत ने उसे भगौड़ा घोषित कर दिया था। केस में उसके साथियों को उम्रकैद की सजा हुई थी।
एटीएस और खतौली पुलिस की टीम ने कल रात संयुक्त रूप से सलीम पतला की घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया। पतला को एटीएस की टीम ने खतौली पुलिस के हवाले कर दिया है। बताया जाता है कि सलीम की क्षेत्र में ही लोकेशन मिलने के बाद एटीएस की टीम एक माह से उसके पीछे लगी थी। देर रात तक एटीएस व पुलिस के अधिकारी गिरफ्तारी की पुष्टि तो करते रहे लेकिन और कोई जानकारी देने से बचते रहे। पुलिस आज सलीम पतला को मीडिया के सामने पेश कर विधिवत खुलासा कर सकती है।
आइजी मेरठ जोन आलोक शर्मा ने बताया कि एटीएस की टीम ने सलीम पतला को खतौली से गिरफ्तार कर लिया है। सलीम पर पीएसी की 41 वाहिनी पर बम फेंकने का आरोप है।
कौन है सलीम पतला
मेरठ के हाशिमपुरा कांड के कुछ समय बाद 26 जनवरी 93 को लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र में सलीम पतला ने अपने साथियों के साथ पीएसी की पिकेट पर बम धमाका किया था। इस धमाके में दो पीएसी का जवान शहीद हो गए थे। मामले में टाडा अदालत में मुकदमा चला और दो आरोपियों अब्दुल जब्बार और मोहम्मद अय्यूब को सुप्रीमकोर्ट तक से उम्रकैद की सजा हुई, लेकिन बम धमाके का मास्टर माइंड सलीम पतला पुलिस की पकड़ से दूर चल रहा था। अब 22 साल बाद वह एटीएस के हत्थे चढ़ा है। बताया जाता है कि सलीम को बम बनाने की ट्रेनिंग पिलखुवा निवासी आतंकवादी अब्दुल करीम टुंडा ने ही दी थी। इसके बाद सलीम ने मेरठ समेत देशभर में कई ब्लॉस्ट की घटनाओं को अंजाम दिया। गत वर्ष टुंडा के पकड़े जाने के बाद सलीम की तलाश भी तेज कर दी गई थी। यह अलग बात थी सलीम पतला की यूपी पुलिस के पास तस्वीर तक नहीं थी।
आतंकियों का मुखबिर सलीम
मूल रूप से मेरठ के लिसाड़ी गेट निवासी सलीम पतला की मेरठ क्षेत्र में काफी पकड़ थी। दिल्ली से लेकर वेस्ट यूपी के ज्यादातर जगहों की भौगोलिक स्थिति से भी सलीम वाकिफ है। इसीलिए आतंकियों के मुखबिर के रूप में सलीम 20 साल से काम कर रहा है। एटीएस की पूछताछ में कई महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे है। कुछ और सफलता मिलने के आसार है। सलीम लक्जरी कारें चुराकर कश्मीर में बेचता था। सलीम से फर्जी आइडी बरामद हुई है। एसटीएफ, आईबी, एलआईयू और सिविल पुलिस ने उससे पूछताछ की।