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मैनपुरी की धरा में पुरातत्व का खजाना

लखनऊ। मैनपुरी जिले की धरा में पुरातत्व का खजाना है। मैनपुरी विकास खंड के गांव अस्योली में रविवार

By Edited By: Published: Sun, 19 Oct 2014 08:48 PM (IST)Updated: Sun, 19 Oct 2014 08:48 PM (IST)
मैनपुरी की धरा में पुरातत्व का खजाना

लखनऊ। मैनपुरी जिले की धरा में पुरातत्व का खजाना है। मैनपुरी विकास खंड के गांव अस्योली में रविवार देर शाम खेत में चल रही खुदाई के दौरान प्राचीन मूर्तियां निकलीं। इनमें पांच फीट ऊंचा लाल पत्थर का शिवलिंग और गणपति व दुर्गा की मूर्तियां शामिल हैं। महिलाओं ने पूजा-अर्चना शुरू कर दी। अभी यह पता नहीं है कि यह कितनी पुरानी हैं। रात होने के कारण खोदाई बंद कर दी गई है, जो सोमवार सुबह शुरू होगी। अनुमान है कि खेत के नीचे प्राचीन मंदिर है।

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अस्योली गांव निवासी अंकित मिश्र रविवार शाम करीब पांच बजे खेत में पानी लगाने के लिए नाली की खोदाई करा रहे थे। करीब साढ़े चार फीट गहराई पर मजदूरों का फावड़ा किसी पत्थर से टकराया। आसपास खोदाई की तो दो फीट नीचे शिवलिंग दिखाई दिया। पांच फीट ऊंचा भारी-भरकम शिवलिंग बाहर निकाला। लाल पत्थर का बना शिवलिंग पत्थर के ही चौकोर स्टैंड पर रखा था। बाद में स्टैंड निकाला गया। करीब आठ फीट खोदाई के बाद पत्थर की नक्काशीदार गणपति और मां दुर्गा की प्रतिमा निकली। ये मूर्तियां मिंट्टी में सीधी गड़ी थीं।

पास ही राजा की गढ़ी

जिस स्थान पर मूर्तियां निकली हैं, वहां से करीब तीन सौ मीटर दूर महाराजा तेज सिंह की गढ़ी है। अब ये भी जीर्णशीर्ण हो गई है। ग्रामीणों का मानना है कि पहले यहां मंदिर रहा होगा, जो मिंट्टी में दब गया।


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