मां-पिता के वोटर कार्ड से बनेगा राशन कार्ड
लखनऊ। परिवार के मुखिया या उसकी पत्नी के पास यदि मतदाता पहचान पत्र है तो राशन कार्ड बनवाने के लिए
लखनऊ। परिवार के मुखिया या उसकी पत्नी के पास यदि मतदाता पहचान पत्र है तो राशन कार्ड बनवाने के लिए इतना भर काफी होगा। इस एक अकेले वोटर कार्ड की बदौलत परिवार के सभी बालिग-नाबालिग सदस्यों के नाम राशन कार्ड में चढ़ाए जा सकेंगे। शासन में पिछले दिनों इस बाबत हुए फैसले के बाद तैयारी शुरू हो गई है। प्रदेश भर के क्षेत्रीय पूर्ति कार्यालयों में बोरों में भरे ऐसे आवेदन पत्रों का ढेर लगा है, जिनके साथ परिवार के सभी बालिग सदस्यों के मतदाता पहचान पत्र की फोटोकापी नहीं लगाई गई थी। आवेदन पत्रों की कंप्यूटर में फीडिंग के लिए नेशनल इंफार्मेटिक्स सेंटर ने जो साफ्टवेयर बनाया था, वह कुछ इस तरह डिजाइन किया गया था कि परिवार में 18 वर्ष या इससे अधिक आयु के सदस्यों के नाम के सामने कालम में यदि मतदाता पहचान पत्र संख्या न लिखी जाए तो कंप्यूटर ऐसे नाम को शामिल ही नहीं कर रहा था। इस वजह से बड़े पैमाने पर सदस्यों के नाम कटने की नौबत आ गई तो आपूर्ति विभाग ने ऐसे फार्मों की फीडिंग रोक ली।
अब इस पर फैसला होने के बाद एक तरफ एनआइसी के साफ्टवेयर में बदलाव की प्रक्रिया शुरू हो गई है तो साथ ही कार्यालयों में बोरों में भरे आवेदन पत्रों के निस्तारण की योजना भी बन गई है। अब आवेदन पत्रों की छंटाई कर ऐसे फार्मों को अलग किया जाएगा। मुखिया या उसकी पत्नी के पास मतदाता पहचान पत्र वाले आवेदन पत्रों को फिर से फीडिंग के लिए निजी फर्म के पास भेजा जाएगा। दूसरी तरफ जिन आवेदन पत्रों के साथ मतदाता पहचान पत्र की फोटोकापी संलग्न नहीं है, उनसे संबंधित आवेदकों को क्षेत्रीय कार्यालयों में बुलाकर बाकी औपचारिकता पूरी की जाएगी। इसके बाद आवेदकों के लिए सूचना जारी की जाएगी।