दूर की जाये जनपद की बदहाली
ललितपुर ब्यूरो : जनपद की बदहाली दूर करने के लिए प्रदेश सरकार के श्रम राज्यमन्त्री मनोहरलाल पंथ ने मु
ललितपुर ब्यूरो : जनपद की बदहाली दूर करने के लिए प्रदेश सरकार के श्रम राज्यमन्त्री मनोहरलाल पंथ ने मुख्यमन्त्री योगी आदित्यनाथ को झाँसी प्रवास के दौरान विभिन्न समस्याओं से अवगत कराया। यही नहीं, उद्योग शून्यता, बेरोजगारी, अशिक्षा, गरीबी, पलायन, सड़क, बिजली, पानी, स्वास्थ्य जैसी मूलभूत समस्याओं को दूर कराये जाने की माँग भी उठायी।
मुख्यमंत्री को सौंपे ज्ञापन में बताया गया कि जनपद ललितपुर बुन्देलखण्ड का पिछड़ा इलाका है। यहाँ बिजली, पानी, सड़क, स्वास्थ्य जैसी समस्यायें मँुह बाये खड़ी है। उद्योग शून्यता के चलते नौजवानों का पलायन जारी है। प्राकृतिक व खनिज सम्पदा का भण्डार होने के चलते यहाँ इमारती पत्थर, ग्रेनाइट, रॉक फास्फेट प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है। जंगलों में काफी संख्या में जड़ी बूटियाँ है, आदिवासी इन्हीं पर आश्रित है। यदि यहाँ उद्योग धधों की स्थापना की जाये तो काफी हद तक बेरोजगारी व पलायन की समस्या को दूर किया जा सकता है। जनपद में औद्योगिक इकाइयाँ स्थापित कराने के लिए स्टैम्प डयूटि, व्यापारकर, बिजली आदि में अनुदायिक छूट दी जाये। जनपद के अधिकाँश लोग कृषि पर आश्रित है। ऐसे में जनपद में कृषि अनुसंधान केन्द्र, कृषि बीज शोध केन्द्र, कृषि विश्वविद्यालय खोला जाये। गेहूँ क्रय केन्द्र पर जो गेहूँ सरकार खरीदती है, उसके सही रख रखाव के लिए गोदाम न होने के कारण हजारों कुन्तल गेहूँ खराब हो जाता है, अत: यहाँ गेहूँ भण्डार गृह बनवाये जाये, चूँकि जनपद में काफी मात्रा में जड़ी बूटियाँ पायी जाती है, अत: यहाँ आयुर्वेद का बड़ा हब बनाया जा सकता है। जनपद में मेडिकल कॉलिज खोला जाये ताकि यहाँ से झाँसी, ग्वालियर रिफर होने वाले मरीजों व घायलों की जान बचायी जा सके। सरकारी अस्पताल में अत्याधुनिक मशीनें होने के बावजूद उन्हे ऑपरेट करने वाले विशेष नहीं है, ऐसे में इनका लाभ लोगों को नहीं मिल पा रहा है। जनपद के विभिन्न नदी, नालों पर पुल नहीं है, ऐसे में आवागमन में परेशानी होती है। महरौनी विधानसभा के ग्राम चिगलौआ, मिर्चवारा में 1980 मेगावाट का थर्मल पावर प्लाण्ट है, लेकिन बिजली मैनपुरी, इटावा, कन्नौज आदि जनपदों में भेजी जा रही है। पावर प्लाण्ट की बिजली जनपद को दी जाये। शिक्षा के क्षेत्र में जनपद पिछड़ा है। यहा मेडिकल कॉलिज व इजीनियरिंग कॉलिज नहीं है। जनपद में स्वास्थ्य सुविधाओं का भी अभाव है। जनपद की भौगोलिक स्थिति जंगली व पठारी होने के कारण अधिकाँश इलाके में पेयजल किल्लत बनी रहती है। खासतौर पर ग्रीष्मकाल में यह समस्या विकराल रूप धारण कर लेती है। गहरे कूपों का निर्माण व तालाबों का गहरीकरण, जीर्णाेद्धार कराया जाये, बालाबेहट में रबर बाँध बनवाया जाये, कचनौंदा बाँध बनकर तैयार है, लेकिन इससे अभी तक नहरे नहीं निकाली गयी हैं, जिससे किसान अपनी फसलों की सिंचाई नहीं कर पा रहे है। राज्यमंत्री ने मुख्यमंत्री को कई अन्य समस्यायें भी बतायी, साथ ही उनके निराकरण की माँग की।
::
साथ में
::
भाजपाइयों ने मुख्यमन्त्री को सौंपा ज्ञापन, उठायीं समस्यायें
ललितपुर : भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने झाँसी में मुख्यमन्त्री योगी आदित्यनाथ को ज्ञापन सौंपकर विभिन्न समस्याओं से अवगत कराया व निराकरण की माँग की। ज्ञापन में गोविन्द सागर बाँध को बेतवा नदी से जोड़ने का कार्य फीडर चैनल के माध्यम से कराये जाने की माँग की, बताया गया कि बाँध में काफी शिल्ट जमा हो गया है, जिससे पानी की भण्डारण क्षमता भी कम होती जा रही है। शहर की पेयजल आपूर्ति व्यवस्था इसी बाँध पर निर्भर है। सूखे के समय स्थिति विकराल हो जाती है। जिसकी डीपीआर सिंचाई निर्माण खण्ड द्वितीय के पास है। ज्ञापन में पाली तहसील अन्तर्गत कस्बा बालाबेहट की सौंर नदी पर बाँध निर्माण कराया जाना आवश्यक है, जिससे पठारी क्षेत्र की सिंचाई व पेयजल समस्या हल हो सकेगी। इस कारण उपरोक्त बाँध का निर्माण प्राकृतिक संतुलन बनाये रखने व जनहित के लिए आवश्यक है। इसकी डीपीआर सिंचाई निर्माण खण्ड तृतीय द्वारा की जा चुकी है। ज्ञापन पर सदर विधायक रामरतन कुशवाहा, जिलाध्यक्ष रमेश कुमार सिंह, चन्द्रशेखर पंथ, सांसद प्रतिनिधि प्रदीप चौबे, शशिशेखर पाण्डेय, बब्बू राजा बुन्देला, देवेन्द्र गुरू आदि के हस्ताक्षर थे।